Greater Noida Authority News : ग्रेटर नोएडा की भविष्य की पेयजल और सीवरेज आवश्यकताओं के लिए 3 करोड़ का निवेश, विशेषज्ञ सलाहकार की तलाश शुरू, मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रवि कुमार एनजी एक पहल,
सीईओ रवि कुमार एनजी के अनुसार, उनकी प्राथमिकता शहर के नागरिकों को उच्च-स्तरीय नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने प्राधिकरण की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया है और अब शहर की भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पेयजल और सीवरेज योजना की दिशा में काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह पहल शहर को एक स्थायी और सस्टेनेबल भविष्य प्रदान करेगी, जिससे आने वाले समय में यहां के नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रवि कुमार एनजी एक पहल, जो लगभग सवा साल पहले इस पद पर आए थे, ने प्राधिकरण की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है। अब उनका ध्यान शहर की आधारभूत जरूरतों को विकसित करने पर है। उन्होंने कर्जमुक्त प्राधिकरण बनाने के बाद, ग्रेटर नोएडा की बढ़ती आबादी और औद्योगिक तथा संस्थागत जरूरतों के मद्देनजर पेयजल आपूर्ति और सीवरेज व्यवस्था को लेकर लंबी अवधि की योजना तैयार की है।
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी, रफ़्तार टुडे। 2041 तक के विकास को ध्यान में रखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने भविष्य की पेयजल और सीवरेज जरूरतों का समाधान खोजने के लिए विशेषज्ञ सलाहकार की नियुक्ति की योजना बनाई है। इस कार्य के लिए तीन करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। प्राधिकरण ने इस संबंध में सक्षम संस्थाओं से प्रस्ताव आमंत्रित करने के लिए विज्ञापन भी जारी कर दिया है।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रवि कुमार एनजी, जो लगभग सवा साल पहले इस पद पर आए थे, ने प्राधिकरण की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है। अब उनका ध्यान शहर की आधारभूत जरूरतों को विकसित करने पर है। उन्होंने कर्जमुक्त प्राधिकरण बनाने के बाद, ग्रेटर नोएडा की बढ़ती आबादी और औद्योगिक तथा संस्थागत जरूरतों के मद्देनजर पेयजल आपूर्ति और सीवरेज व्यवस्था को लेकर लंबी अवधि की योजना तैयार की है।
पेयजल और सीवरेज: शहर की बढ़ती जरूरतें
ग्रेटर नोएडा, दिल्ली, नोएडा और फरीदाबाद के निकट एक तेजी से विकसित हो रहा औद्योगिक शहर है, जहां आवासीय, औद्योगिक, और संस्थागत सेक्टरों का विकास तेजी से हो रहा है। शहर में लगभग पचास से अधिक आवासीय और डेढ़ दर्जन औद्योगिक सेक्टर विकसित हो चुके हैं। लेकिन तेजी से बढ़ते इस शहर में नागरिक सुविधाओं में विशेषकर पेयजल और सीवरेज जैसे बुनियादी सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है।
अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी आशुतोष द्विवेदी के अनुसार, शहर के पहले फेज के विकास के लिए 2041 तक का मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है। अब, सुनिश्चित करना है कि आने वाले समय में ग्रेटर नोएडा में पेयजल और सीवरेज सुविधाएं निर्बाध रूप से उपलब्ध रहें।
विशेषज्ञ सलाहकार की नियुक्ति
पेयजल और सीवरेज की भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्राधिकरण ने विशेषज्ञ सलाहकार की नियुक्ति का निर्णय लिया है। इस कार्य के लिए तीन करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। विशेषज्ञ सलाहकार इस बढ़ते औद्योगिक शहर की पेयजल और सीवरेज जरूरतों का गहन अध्ययन करेंगे और उसके अनुसार योजनाएं तैयार करेंगे, जिससे आने वाले समय में शहर में कोई समस्या उत्पन्न न हो।
सीईओ रवि कुमार एनजी का दृष्टिकोण
सीईओ रवि कुमार एनजी के अनुसार, उनकी प्राथमिकता शहर के नागरिकों को उच्च-स्तरीय नागरिक सुविधाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने प्राधिकरण की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ किया है और अब शहर की भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पेयजल और सीवरेज योजना की दिशा में काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह पहल शहर को एक स्थायी और सस्टेनेबल भविष्य प्रदान करेगी, जिससे आने वाले समय में यहां के नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
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