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New Noida News : ‘न्यू नोएडा’ 2041 तक बसेगी 37 लाख की आबादी, जानिए कैसे बन रहा है उत्तर प्रदेश का अगला मेगा सिटी, प्रॉपर्टी की कीमतें क्यों होंगी आसमान छूने वाली? ग्रीन सिटी का सपना, पर्यावरण-अनुकूल शहर

न्यू नोएडा, रफ़्तार टुडे। नोएडा का नाम सुनते ही आंखों के सामने बड़े-बड़े उद्योग, मॉल्स, आईटी कंपनियां और विशाल रिहायशी टॉवर्स की तस्वीर उभर आती है। लेकिन अब नोएडा से आगे की सोचिए क्योंकि अब बारी है ‘न्यू नोएडा’ की। उत्तर प्रदेश सरकार ने अगले 17 सालों में इस नए शहर को बसाने का खाका तैयार कर लिया है, जिसमें 2041 तक 37 लाख लोगों के लिए घर और रोज़गार की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही, प्रॉपर्टी मार्केट में भूचाल आने वाला है, क्योंकि न्यू नोएडा की प्राइम लोकेशंस पर जमीनों की कीमतें आसमान छूने की उम्मीद है।

क्या है ‘न्यू नोएडा’? क्यों है खास?

न्यू नोएडा जिसे आधिकारिक तौर पर ‘दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रिजन’ कहा गया है, उत्तर प्रदेश का नया औद्योगिक और रिहायशी हब बनने वाला है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र के बाद अब न्यू नोएडा इस क्षेत्र के विकास की अगली कड़ी है। यहां चार चरणों में 2041 तक विकास होगा और इस दौरान 8,230 हेक्टेयर भूमि विकसित की जाएगी। पहले चरण में 2027 तक 3,165 हेक्टेयर जमीन पर काम शुरू हो जाएगा।

किस तरह से बसेगा यह नया शहर?

न्यू नोएडा का मास्टर प्लान न केवल बड़े उद्योगों के लिए जगह प्रदान करेगा, बल्कि यहाँ 6 लाख निवासियों के लिए घर भी बनाए जाएंगे। मास्टर प्लान के मुताबिक 40% भूमि इंडस्ट्रीज के लिए और 13% आवासीय विकास के लिए दी जाएगी। यहां के 18% हिस्से में हरियाली, एम्यूजमेंट पार्क और ग्रीन बेल्ट होंगे, जो इसे पर्यावरण के प्रति जागरूक निवासियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाएंगे।

निवेश के लिए है सुनहरा अवसर

न्यू नोएडा की यह परियोजना उन निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो सकती है, जो तेजी से बढ़ते हुए रियल एस्टेट बाजार में प्रवेश करना चाहते हैं। यह क्षेत्र प्राइम लोकेशन में होने की वजह से भविष्य में बड़े रिटर्न्स दे सकता है। औद्योगिक और आवासीय दोनों क्षेत्रों के संतुलित विकास के कारण, यह निवेशकों के लिए पूंजी वृद्धि का एक बेहतरीन विकल्प है।

गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के 80 गांवों से भूमि अधिग्रहण

इस परियोजना के लिए गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर जिलों के 80 गांवों से भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। ये गांव न्यू नोएडा के भविष्य के विकास का हिस्सा बनेंगे, जिससे यहां की जमीनों की कीमतें बढ़ने की पूरी उम्मीद है। प्रॉपर्टी के जानकार मानते हैं कि जैसे-जैसे इस परियोजना का विकास होगा, वैसे-वैसे यहां की जमीनों की मांग और कीमतें दोनों में वृद्धि होगी।

2027 से 2041 तक के चार चरणों में होगा विकास

न्यू नोएडा का विकास चार चरणों में होगा। पहले चरण में 2027 तक 3,165 हेक्टेयर भूमि विकसित की जाएगी, इसके बाद 2027 से 2032 के बीच 3,798 हेक्टेयर, फिर 2037 तक 5,908 हेक्टेयर और आखिर में 2041 तक 8,230 हेक्टेयर भूमि पर न्यू नोएडा पूरी तरह से बनकर तैयार होगा। इस दौरान 37 लाख की आबादी के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

किस लोकेशन पर बढ़ सकते हैं प्रॉपर्टी के दाम?

प्रॉपर्टी की कीमतें बुलंदशहर जिले के 55 गांवों में बढ़ने की पूरी संभावना है, क्योंकि न्यू नोएडा परियोजना के तहत इन गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इन प्राइम लोकेशंस पर जमीन खरीदना आने वाले समय में फायदे का सौदा साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये इलाका भविष्य में बड़े निवेश का केंद्र बनेगा और प्रॉपर्टी के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो सकती है।

आर्थिक विकास और रोजगार के नए अवसर

न्यू नोएडा का विकास न केवल रियल एस्टेट और भूमि निवेश के लिए बल्कि रोजगार के नए अवसरों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा। यहां स्थापित होने वाली इंडस्ट्रीज और कमर्शियल स्पेस के कारण हजारों नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विस्तार से यहां के निवासियों को एक बेहतर जीवन स्तर मिलेगा।

ग्रीन सिटी का सपना: पर्यावरण-अनुकूल शहर

न्यू नोएडा के मास्टर प्लान में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष जोर दिया गया है। 18% भूमि ग्रीन बेल्ट, पार्क्स और खुले स्थानों के लिए निर्धारित की गई है, जो इस शहर को प्रदूषण मुक्त और स्वच्छ बनाएगा। यहां का जीवन न केवल आधुनिक होगा, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी होगा, जो यहां के निवासियों को शुद्ध हवा और हरियाली से भरपूर वातावरण प्रदान करेगा।

सरकार का बड़ा कदम: मास्टर प्लान को मिली मंजूरी

उत्तर प्रदेश सरकार ने अगस्त 2024 में न्यू नोएडा के मास्टर प्लान को मंजूरी दी थी। राज्य सरकार के इस निर्णय से न केवल क्षेत्र का विकास होगा, बल्कि यह नोएडा और ग्रेटर नोएडा के आस-पास के क्षेत्रों में भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। औद्योगिक, आवासीय और वाणिज्यिक विकास के संतुलन के साथ, न्यू नोएडा आने वाले समय में उत्तर प्रदेश का सबसे महत्वपूर्ण शहर बन सकता है।

निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र

विशेषज्ञ मानते हैं कि न्यू नोएडा की यह परियोजना उन निवेशकों के लिए बेहद आकर्षक है, जो तेजी से उभरते रियल एस्टेट बाजार में अपनी जगह बनाना चाहते हैं। ओराम डेवलपमेंट्स के सीएमडी प्रदीप मिश्रा के अनुसार, “यह परियोजना क्षेत्र के रियल एस्टेट मार्केट के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है। औद्योगिक उद्देश्यों और आवासीय विकास का सही संतुलन इस क्षेत्र को भविष्य का प्रमुख निवेश केंद्र बनाएगा।”

क्या हो सकते हैं चुनौतियां?

हालांकि न्यू नोएडा के विकास से क्षेत्र में नए अवसर आएंगे, लेकिन भूमि अधिग्रहण और पुनर्वास की प्रक्रिया में कुछ चुनौतियां भी हो सकती हैं। इसके अलावा, बढ़ते शहरीकरण के साथ-साथ ट्रैफिक और बुनियादी ढांचे की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सरकार को व्यापक योजना बनानी होगी।


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