Sharda University News : शारदा विश्वविद्यालय में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस, सतत विकास के लिए विज्ञान और नवाचार पर चर्चा
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। शारदा विश्वविद्यालय के रसायन और जैव रसायन विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस “कटिंग-एज साइंस फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट” का आयोजन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस आयोजन में देश-विदेश के करीब 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रस्तुत शोधपत्रों की एब्सट्रेक्ट बुक का भी विमोचन किया गया।
उद्घाटन सत्र और मुख्य संबोधन
कॉन्फ्रेंस में कनाडा के डॉ. अमर मोहंती ने सतत विकास की आवश्यकता पर जोर देते हुए बताया कि उनकी यूनिवर्सिटी कार्बन डाइऑक्साइड के अवशोषण और इसके प्रभावी उपयोग पर कार्य कर रही है। हामिद बिन खलीफा यूनिवर्सिटी, क़तर के डॉ. अहमद अब्दुल्ला ने भारत की टिकाऊ विकास की प्रतिबद्धता की सराहना की और इससे प्रेरणा लेने की बात कही।
कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य
शारदा स्कूल ऑफ बेसिक साइंस एंड रिसर्च के डीन, डॉ. श्यामल कुमार बनर्जी ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य टिकाऊ विकास के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नए दृष्टिकोण और समाधान प्रस्तुत करना है। यह कार्यक्रम वैज्ञानिक समुदाय और उद्योग जगत के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का एक बेहतरीन मंच प्रदान करता है।
चर्चा के मुख्य विषय
कॉन्फ्रेंस में पर्यावरण, ऊर्जा, जैव प्रौद्योगिकी, कृषि, और जल प्रबंधन जैसे विषयों पर विशेष चर्चा की गई। प्रतिभागियों ने अपने शोध-पत्र और पोस्टर प्रस्तुत किए, जिनमें टिकाऊ विकास के लिए नई तकनीकों और समाधानों पर प्रकाश डाला गया।
उपस्थित गणमान्य और विशेषज्ञ
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. परमानंद, डॉ. भुवनेश कुमार, डॉ. एन. बी. सिंह, डॉ. आर.सी. सिंह, और अन्य वरिष्ठ प्रोफेसरों सहित कई ख्यातिप्राप्त वैज्ञानिक, शोधकर्ता, और छात्र मौजूद रहे। इन विशेषज्ञों ने विभिन्न सत्रों में अपने अनुभव और विचार साझा किए।
इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ने शोधकर्ताओं और छात्रों को नवाचार और सतत विकास के क्षेत्र में नए आयाम तलाशने के लिए प्रेरित किया। शारदा विश्वविद्यालय के इस आयोजन को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है, जिसने वैश्विक स्तर पर भारत के सतत विकास प्रयासों को रेखांकित किया है।
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