नई दिल्ली/गाजियाबाद, रफ्तार टुडे।
शनिवार का दिन राष्ट्रीय सैनिक संस्था के लिए खास रहा, जब संस्था के पदाधिकारियों ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। यह मुलाकात नई दिल्ली स्थित रक्षा मंत्री आवास पर हुई, जिसमें संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर चक्र प्राप्त कर्नल तेजिंदर पाल त्यागी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने रक्षामंत्री को फरसा, शॉल और प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।
स्कूलों में सैनिक प्रशिक्षण की वकालत
राष्ट्रीय सैनिक संस्था ने हाई स्कूल स्तर पर प्रारंभिक सैनिक प्रशिक्षण शुरू करवाने की पुरजोर मांग रखी। संस्था का मानना है कि देश के युवाओं को बचपन से ही देशभक्ति, अनुशासन और सेवा भावना का पाठ पढ़ाने के लिए यह प्रशिक्षण एक अनिवार्य कदम साबित होगा।
कर्नल तेजिंदर पाल त्यागी ने कहा:
“अगर बच्चों को शुरुआती उम्र से ही सैनिक प्रशिक्षण दिया जाए, तो वे न केवल अच्छे नागरिक बनेंगे, बल्कि देश की सुरक्षा और विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय सैनिक संस्था कारगिल शहीद स्मारक पर बेरोजगार युवाओं को इस प्रकार का प्रशिक्षण पहले से ही देती आ रही है। अब यह मॉडल स्कूलों में लागू किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक छात्र लाभान्वित हो सकें।
शहीद स्मारक पर अतिथि गृह निर्माण की मांग
राष्ट्रीय सैनिक संस्था ने कारगिल शहीद स्मारक पर अतिथि गृह बनवाने की मांग भी रखी। यह मांग इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस स्मारक पर आने वाले परिवारों और आगंतुकों को ठहरने की उचित सुविधा नहीं है।
संस्था ने रक्षामंत्री को उनके द्वारा किए गए शहीद सरदार भगत सिंह की प्रतिमा के अनावरण के समय के वायदे की भी याद दिलाई। इस वायदे के तहत अतिथि गृह का निर्माण किया जाना था।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे इस मामले को प्राथमिकता देंगे और शीघ्र ही जरूरी कदम उठाएंगे।
सैनिक प्रशिक्षण के लाभ
संस्था ने अपने प्रस्ताव में सैनिक प्रशिक्षण के कई लाभ गिनाए:
- छात्र अच्छे नागरिक बनेंगे।
- उनमें अनुशासन, आत्मनिर्भरता और जिम्मेदारी की भावना का विकास होगा।
- ये युवा सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करेंगे और दूसरों को नुकसान पहुँचाने से रोकेंगे।
- सैनिक प्रशिक्षण बच्चों को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाएगा।
रक्षामंत्री की भूमिका और प्रतिक्रिया
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सैनिक संस्था के सुझावों और मांगों की सराहना की। उन्होंने कहा:
“यह विचार न केवल युवाओं को प्रेरित करेगा बल्कि देश को मजबूत और सुरक्षित बनाने की दिशा में भी एक बड़ा कदम होगा।”
उन्होंने अतिथि गृह निर्माण और सैनिक प्रशिक्षण कार्यक्रम लागू करने के लिए शीघ्र आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य
इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रीय सैनिक संस्था के कई प्रमुख सदस्य शामिल थे, जिनमें प्रमुख रूप से:
राजन छिब्बर, कर्नल मुकेश त्यागी, गौरव सेनानी ज्ञान सिंह, गौरव सेनानी चंदन सिंह, गौरव सेनानी गणेश दत्त, मीडिया सचिव गौरव बंसल, एडवोकेट सुनील कुमार, अंजू शर्मा
राष्ट्रीय सैनिक संस्था का दृष्टिकोण
राष्ट्रीय सैनिक संस्था का हमेशा से मानना है कि देश सेवा के प्रति युवाओं को प्रेरित करना, उनकी चरित्र निर्माण की नींव को मजबूत करना और राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देना ही उनके प्रयासों का मुख्य उद्देश्य है।
कर्नल तेजिंदर पाल त्यागी ने कहा:
“हम अपने देश के युवाओं को राष्ट्र की सबसे बड़ी धरोहर मानते हैं। इन्हें सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण दिया जाए तो ये असाधारण उपलब्धियां हासिल कर सकते हैं।”
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