Jewar Film City CM Yogi Dream Project : ग्रेटर नोएडा में योगी आदित्यनाथ का सपना, 7 जोन और 3 चरणों में बनेगी भारत की पहली अत्याधुनिक इंटरनेशनल फिल्म सिटी, दूसरे चरण में विकसित होंगे स्टूडियो और प्रोडक्शन हाउस
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रस्तावित इंटरनेशनल फिल्म सिटी का सपना अब आकार लेने के लिए तैयार है। गौतमबुद्ध नगर के जेवर क्षेत्र में नोएडा एयरपोर्ट के पास सेक्टर-21 में बनने वाली यह फिल्म सिटी 230 एकड़ में फैली होगी। इसे सात अलग-अलग जोन और तीन चरणों में विकसित किया जाएगा। यह फिल्म सिटी न केवल उत्तर प्रदेश को देश के सिनेमा मानचित्र पर ऊंचा स्थान दिलाएगी बल्कि बॉलीवुड और हॉलीवुड निर्माताओं के लिए भी एक प्रमुख केंद्र बनेगी।
पहले चरण में होगा आधारभूत ढांचे का निर्माण
फिल्म सिटी के पहले चरण में प्रशासनिक और क्रिएटिव हब का निर्माण होगा। इस हब में एक सिग्नेचर टॉवर भी बनाया जाएगा, जो इस परियोजना का केंद्र बिंदु होगा। सिग्नेचर टॉवर में विभिन्न आधुनिक सुविधाएं, जैसे कि साउंडप्रूफ स्टूडियो, मल्टीप्लेक्स, स्काई गार्डन, और सिनेमा म्यूजियम शामिल होंगे। यह टॉवर फिल्म निर्माताओं और दर्शकों के लिए एक आकर्षक स्थल बनेगा।
दूसरे चरण में विकसित होंगे स्टूडियो और प्रोडक्शन हाउस
दूसरे चरण में 60 एकड़ क्षेत्र में स्टूडियो और प्रोडक्शन हाउस बनाए जाएंगे। यहां ओपन स्ट्रक्चर स्टूडियो, साउंड स्टेज, और फिल्म एकेडमी की स्थापना की जाएगी। फिल्म एकेडमी का उद्देश्य नए प्रतिभाशाली कलाकारों और तकनीशियनों को तैयार करना होगा। इसके अतिरिक्त, इस क्षेत्र में पोस्ट-प्रोडक्शन हाउस और रिसर्च सेंटर भी होंगे।
तीसरे चरण में होगा आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र का विकास
तीसरे चरण में फिल्म सिटी का आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा। इसमें गेस्ट हाउस, होटल, और स्वास्थ्य केंद्र जैसे आधुनिक सुविधाएं होंगी। यहां फिल्म कलाकारों और कर्मचारियों के लिए विशेष आवासीय क्षेत्र भी बनाया जाएगा। इसके साथ ही, थीम वाले मॉल, स्पा, और रेस्तरां जैसी सुविधाएं आगंतुकों के मनोरंजन के लिए तैयार होंगी।
सात जोन में बांटा गया फिल्म सिटी का खाका
जोन-1: सिग्नेचर टॉवर और क्रिएटिव हब (10 एकड़)
यह फिल्म सिटी का प्रवेश द्वार होगा। इसमें सिग्नेचर टॉवर के साथ ऑब्जर्वेशन डेक, फिल्म म्यूजियम, और एम्फीथिएटर होंगे।
जोन-2: स्टूडियो और प्रोडक्शन हाउस (60 एकड़)
फिल्म निर्माण के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं और ओपन स्ट्रक्चर स्टूडियो।
जोन-3: आवासीय क्षेत्र (20 एकड़)
कलाकारों और कर्मचारियों के लिए आधुनिक आवासीय सुविधाएं।
जोन-4: शिल्प कौशल और निर्माण क्षेत्र (15 एकड़)
यहां फिल्म सेट, प्रॉप्स, और ड्रेस निर्माण के लिए फैक्टरी बनाई जाएगी।
जोन-5: मनोरंजन और आराम क्षेत्र (35 एकड़)
मल्टीमीडिया रिसेप्शन, क्लब, मिनी-गोल्फ कोर्स और थीम पार्क।
जोन-6: फिल्म यूनिवर्सिटी (20 एकड़)
यह छात्रों को फिल्म निर्माण और तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करेगी।
जोन-7: व्यावसायिक क्षेत्र (70 एकड़)
थीम वाले होटल, मॉल, और शॉपिंग सेंटर।
फिल्म सिटी के महत्व और प्रभाव
- आर्थिक विकास:
फिल्म सिटी उत्तर प्रदेश में आर्थिक विकास को गति देगी। यहां निवेश और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। - वैश्विक पहचान:
यह परियोजना उत्तर प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय सिनेमा मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाएगी। - संस्कृति और शिक्षा का केंद्र:
फिल्म यूनिवर्सिटी और रिसर्च सेंटर भारत की सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे। - पर्यटन को बढ़ावा:
फिल्म सिटी पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनेगी।
निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को फिल्म निर्माण और मनोरंजन उद्योग का केंद्र बनाना है। अत्याधुनिक तकनीक और वैश्विक मानकों पर आधारित यह परियोजना भारत में सिनेमा उद्योग के विकास की नई संभावनाएं खोलेगी।
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