नई दिल्ली6 घंटे पहले
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केंद्र सरकार द्वारा पर्याप्त मात्रा में कोयले होने की एलान करने के बाद भी बिजली किल्लत का विवाद रूकने का नाम नहीं ले रही है। बिजली को लेकर फिर से दिल्ली के उर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने कोयले की कमी बताते हुए केंद्र पर निशाना साधा है। ऊर्जा मंत्री जैन ने कहा है कि “एक तरफ केंद्र सरकार कहती है कि कोयले की कोई कमी नहीं है और दूसरी तरफ बैठक कर कहती है कि कोयले की जिम्मेदारी अब केंद्रीय मंत्री संभालेंगे।
केंद्र सरकार बताए कि कोयले की कमी है या नहीं है या फिर जानबूझकर ऐसा किया जा रहा है!” जैन ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि दिल्ली में एक भी कोयले से पॉवर प्लांट नहीं चलता है और भाजपा इस पर सिर्फ अफवाह फैला रही है।
उर्जा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम लिमिटेड (एनटीपीसी) दिल्ली सरकार के करार के अनुसार 3500 मेगावाट बिजली देता था, लेकिन आज वह उसकी आधी यानी 1750 मेगावाट बिजली दे रहा है। दिल्ली में गैस से चलने वाले बिजली के पावर प्लांट है, लेकिन केंद्र सरकार ने दिल्ली को निर्धारित दर पर गैस देना बंद कर दिया है।