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Noida News: थाना प्रभारी और एसीपी की लापरवाही आई सामने. नप सकते हैं पुलिसवाले: दुष्कर्म का आरोप लगाने मामले में दो महिलाओं को आत्महत्या के लिए उकसाने में किया गिरफ्तार

शुक्रवार को एडीसीपी मनीष मिश्रा ने भी मामले की जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में थाना प्रभारी और एसीपी के ढीले ‘रवैये की बात सामने आई है

ग्रेटर नोएडा वेस्ट, रफ़्तार टुडे। चिपियाना पुलिस चौकी में हिरासत में योगेश कुमार की मौत के मामले में पुलिस ने बेकरी में काम करने वाली दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है। संभल निवासी महिलाओं ने योगेश पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पुलिस ने दोनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर कर्रवाई की है।


वहीं, योगेश के भाई धर्मवीर की ओर से दर्ज कराए मामले में अभी किसी पुलिसकर्मी का नाम नहीं है। शुक्रवार को एडीसीपी मनीष मिश्राने भी मामले की जांच शुरू कर दी। ग्रंभिक जांच में थाना प्रभारी और एसीपी के ढीले रवैये की बात सामने आई है। सोमवार से पहले एडीसीपी अपनी रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को सौंप सकते हैं।

इसके बाद थाना प्रभारी व एसीपी पर गाज गिर सकती है। जांच के बिंदुओं मैं यह भी शामिल है कि हवालात में पंखा टांगने वाला कुंदा क्यों लगा हुआ था। योगेश के पास से अंगोछा क्यों नहीं लिया गया था।


पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फंदे से मौत की पुष्टि डॉक्टरों का पैनल बनाकर योगेश का पोस्टमार्टम किया गया। इसकी
वीडियोग्राफी भी कराई गईं। रिपोर्ट में फंदे पर लटकने से मौत होने की बात आई है। परिजन हरपाल ने बताया कि जब योगेश की मौत की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे थे तो शरीर पर चोट के निशान नहीं थे। पोस्टमार्टम के बाद परिजन योगेश के शव को खैर के गांव अमरगढ़ी ले गए। यहां पर खैर कोतवाली पुलिस की मौजूदगी में योगेश का अंतिम संस्कार हुआ।


योगेश की मौत मामले में जांच चल रही है। जो साक्ष्य जुटाए गए है, उनकी जांच चल रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। सुनीति, डीसीपी सेन्ट्रल

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