पीटीआई, नई दिल्ली
Published by: अनुराग सक्सेना
Updated Wed, 22 Dec 2021 09:58 PM IST
सार
एम्स निदेशक ने कहा कि वैक्सीन प्रभाव दिखा रही हैं और गंभीर बीमारी और मौत से लोगों को बचा रही हैं। उन्होंने कहा कि पात्र लोगों को तत्काल वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए और पहली डोज लगवा चुके लोगों को दूसरी डोज समय पर लगवा लेनी चाहिए।
डॉ. रणदीप गुलेरिया, निदेशक, दिल्ली एम्स
– फोटो : Amar Ujala
देश में ओमिक्रॉन मामले बढ़ने के बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करने पर जोर देते हुए स्वीकार किया कि लोग इनका पालन में करने में ढिलाई देने लगे हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मौजूदा आंकड़े दिखाते हैं कि वैक्सीन प्रभाव दिखा रही हैं और गंभीर बीमारी और मौत से लोगों को बचा रही हैं। उन्होंने कहा कि पात्र लोगों को तत्काल वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए और पहली डोज लगवा चुके लोगों को दूसरी डोज समय पर लगवा लेनी चाहिए।
गुलेरिया ने पीटीआई से कहा, देखा गया है कि कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करने में लोग ढिलाई देने लगे हैं। ओमिक्रॉन बहुत तेजी से फैलता है और इसलिए कोरोना नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है। लोगों को लगातार मास्क लगाना चाहिए, शारीरिक दूरी का पालन करना चाहिए और ऐसी भीड़भाड़ से दूर रहना चाहिए, जिसके सुपर स्प्रेडर बनने की संभावना हो।
ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट से कम से कम तीन गुणा ज्यादा संक्रमण फैलाता है। इसे मानते हुए केंद्र सरकार ने मंगलवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को वार रूम सक्रिय करने, मौजूदा स्थिति पर नजर रखने, आंकड़ों पर नजर रखने और स्थानीय तथा जिला स्तरों पर सख्त कंटेनमेंट कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और यूटी को लिखा पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक पत्र लिखकर सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नाइट कर्फ्यू, भीड़भाड़ के लिए सख्त निर्देश, शादी-विवाह और अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों की संख्या निर्धारित करने के साथ-साथ जांच और निरीक्षण बढ़ाने के लिए कहा था।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से मंगलवार को जब पूछा गया कि क्या देश में दी जा रही वैक्सीन क्या नए वैरिएंट के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सक्षम है तो उन्होंने कहा कि मौजूदा आंकड़ा सीमित है और फिलहाल ओमिक्रॉन पर वैक्सीन के प्रभाव का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है।
विस्तार
देश में ओमिक्रॉन मामले बढ़ने के बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बुधवार को कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करने पर जोर देते हुए स्वीकार किया कि लोग इनका पालन में करने में ढिलाई देने लगे हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मौजूदा आंकड़े दिखाते हैं कि वैक्सीन प्रभाव दिखा रही हैं और गंभीर बीमारी और मौत से लोगों को बचा रही हैं। उन्होंने कहा कि पात्र लोगों को तत्काल वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए और पहली डोज लगवा चुके लोगों को दूसरी डोज समय पर लगवा लेनी चाहिए।
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