पानीपतएक घंटा पहले
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शहर में इंट्री करने वाले मुख्य प्वाइंट पानीपत टोल प्लाजा पर लगी वाहनों की लंबी कतार।
देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के चलते हरियाणा सरकार ने रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने के आदेश जारी किए हैं। हालांकि सरकार ने आदेशों को सख्ती से मनवाने के लिए सभी जिला प्रशासन एवं पुलिस को कड़ी हिदायत भी दी है। आदेशों में यह भी कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति बिना किसी वजह के बाहर सड़क पर घूमता हुआ दिखाई नहीं देना चाहिए। पुलिस हर जगह नाकाबंदी कर सख्ती करें।
मगर, हरियाणा के पानीपत जिले में आदेशों के बिल्कुल विपरीत हुआ है। पानीपत में सिर्फ पुलिस ही सड़कों पर नहीं दिखाई दी। बाकी सब रुटीन की तरह चलता हुआ दिखाई दिया। रात भर जिले की सड़कों पर वाहन दौड़ते रहे।
सार्वजनिक स्थान जैसे टोल प्लाजा, सेक्टर 13-17 चौक, बरसत चुंगी, तहसील कैंप मार्किट, बस स्टैंड, लाल बत्ती चौक, रेलवे स्टेशन, संजय चौक, गोहाना मोड़, अनाज मंडी चौक आदि सभी जगहों पर चाय समेत अन्य खाने-पीने की रेहड़ियां लगी हुई दिखाई दी। इन रेहड़ियों पर लोगों की पहले की अपेक्षा कई ज्यादा भीड़ भी दिखी।
टोल प्लाजा पर लगी वाहनों की लंबी कतार।
टोल प्लाजा से सैकड़ों-हजारों की संख्या में वाहनों ने फर्राटा भरा। सड़कों पर लोगों की भीड़ तो बेशुमार दिखी। मगर कही भी पुलिस नजर नहीं आई। कोई नाकाबंदी दिखाई नहीं दिया। सिर्फ असंध नाका पर एक पुलिस अपनी ड्यूटी पर अकेला खड़ा दिखाई दिया।
समय रात 11 बजे, स्थान टोल प्लाजा
रात 11 बजे से नाइट कर्फ्यू लगाया गया। अब तक लगे सभी कर्फ्यू और लॉकडाउन में पुलिस ने सबसे पहले पानीपत टोल प्लाजा पर नाकाबंदी की है। मगर इस बार यहां किसी भी तरह की नाकाबंदी व पुलिस दिखाई नहीं दी। यहां से सैकड़ों वाहन गुजरे। टोल-कर्मियों की संख्या भी पूरी थी।
बरसत चुंगी पर खुला शराब का ठेका।
रात साढ़े 11:30 बजे, स्थान बरसत चुंगी
रात के साढ़े 11:30 बज गए थे। बरसत चुंगी पर एक शराब का ठेका खुला हुआ था। इस ठेके के बाहर गाड़ियां रुक रही थी और शराब धडल्ले से बिक रही थी। आम दिनों में बरसत चुंगी पर पुलिस नाका लगा होता है। हालंकि यहां पुलिस के बैरिकेड्स अव्यवस्थित ढंग से सड़क किनारे पड़े हुए थे। मगर पुलिसकर्मी नहीं थे। बरसत चुंगी से कुछ दूर आगे जीटी रोड स्थित बरसत मोड़ पर भी शराब का ठेका खुला हुआ था।
पीवीआर सिनेमा भी खुला, रात के शो देखने भी पहुंचे लोग
नाइट कर्फ्यू के दौरान किसी भी सूरत में भीड़ इकट्ठा नहीं होने देनी है। ऐसा हम नहीं, ऐसा सरकार के वे आदेश कहते हैं, जो नाइट कर्फ्यू के दौरान प्रभावी रुप से लागू करने को कहे गए हैं। सिनेमा आदि को बंद करवाने के कड़े निर्देश भी है। मगर जीटी रोड स्थित PVR सिनेमा पहले की तरह ही रातभर खुला रहा। रात के सवा 11 वाले फिल्म शो को देखने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे। यह शो रात डेढ बजे खत्म हुआ।
जीटी रोड स्थित खुला पीवीआर सिनेमा।
रात 12 बजे, बस स्टैंड पर पूरी चहल-पहल
शहरभर का निरीक्षण करते हुए शहर के सबसे भीड़-भाड़ वाली जगह बस स्टैंड पहुंचे। जहां देखा कि जीटी रोड के दोनों किनारों पर चाय की रेहड़ियां लगी हुई थी। रेहड़ियों पर चाय पीने वालों की संख्या भी बहुत ज्यादा थी। बस स्टैंड के बाहर सवारियां अपने गंतव्य तक ले जाने वाले वाहनों का भी इंतजार कर रही थी। बस स्टैंड चौकी जरुर बनी हुई है, मगर चौकी का कोई पुलिसकर्मी यहां नहीं था।
बस स्टैंड के बाहर लगी चाय की रेहड़ी व वाहनों का इंतजार करते यात्री।
रात के 12:27 बजे, स्थान बबैल नाका
बबैल नाका पर रात 12:27 बजे वाहन चालक बे रोक-टोक आ जा रहे थे। क्योंकि रोक-टोक करने वाले पुलिसकर्मी नाका से नदारद थे। इस नाका पर बैरिकेड्स फिक्स लगे हुए हैं। चौकी के बाहर लगी लाइट से सिर्फ वहां चौकी होने का अहसास होता है। इसके अलावा वहां कोई भी पुलिसकर्मी नहीं था।
बबैल नाका पर नहीं कोई पुलिसकर्मी।
रात के 1 बजे, स्थान असंध नाका, यहां दिखा पुलिसकर्मी
शहर के तमाम नाकों, सार्वजनिक स्थानों को चेक करने के बाद रात 1 बजे असंध नाका पर पहुंचे। पूरे शहर में एकमात्र यह नाका जिस पर एक पुलिसकर्मी खड़ा दिखाई दिया। कुशल कुमार नाम का यह पुलिसकर्मी अकेला ही वाहनों को चेक करता हुआ दिखाई दिया।
असंध नाका पर अकेला ड्यूटी देता पुलिसकर्मी।