BIG BREAKING : फर्राटा भरने से पहले गोल चक्कर के लिए बनेगा नॉन स्टॉप ट्रैफिक प्लान, पर्थला सिग्नेचर ब्रिज फ्लाईओवर खुलने की उल्टी गिनती शुरू
नोएडा, रफ्तार टुडे। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद आने जाने वाले दो लाख वाहनों को जाम से राहत मिलने वाली है। पर्थला गोल चक्कर पर बन रहे सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण अंतिम चरण में है। इस प्रोजेक्ट को मई के अंत तक जनता को सौंपने की तैयारी है। इसके चालू होने से पहले नोएडा अथॉरिटी गोलचक्कर पर सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टिट्यूट से प्लानिंग कराएगी। अभी यहां पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू है। इसे आगे चलकर हटाया जाना है। आपको बता दें पर्थला गोल चक्कर पर नोएडा प्राधिकरण पहला केबल सस्पेंशन फ्लाईओवर बना रहा है। यह शहर का पहला सिग्नेचर ब्रिज होगा। जो केबल सस्पेंशन पर टीका होगा। इस ब्रिज के बन जाने के बाद वाहन चालकों के सफर के समय में 30 से 45 मिनट की बचत होगी।
नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि फ्लाईओवर चालू होने से सेक्टर-71 और ग्रेनो वेस्ट की तरफ ट्रैफिक तेजी से उतरेगा और चढ़ेगा। फ्लाईओवर पर चढ़ने वाली और उतरने वाली सड़कों की कनेक्टिविटी और डिजाइन सही रहे, यह हिस्सा भी प्लानिंग में शामिल किया जाएगा। फ्लाईओवर के नीचे के रास्तों का डिजाइन और घुमाव की अलग रिपोर्ट बनेगी। इस प्लानिंग के लिए प्राधिकरण सीईओ रितु माहेश्वरी ने इंजीनियरिंग विभाग को निर्देश दिए हैं।
वहीं दूसरी तरफ कई महीनों से नोएडा में पर्थला गोलचक्कर पर निर्माणाधीन सिग्नेचर ब्रिज तेजी लाने के लिए ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू कर रखा है। ये प्लान निर्माण कार्य पूरा होने तक जारी रहेगा। इसके तहत सेक्टर-71 से पर्थला गोलचक्कर होकर किसान चौक की ओर जाने वाला यातायात का डायवर्जन है। इस प्रोजेक्ट से करीब दो लाख से अधिक वाहन रोजाना प्रभावित होते हैं। इसके बन जाने के बाद गाजियाबाद, हापुड-मेरठ और नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के वाहन बिना रुके कालिंदी कुंज और डीएनडी की ओर सीधे आ जा सकते है। इस ब्रिज के बनने के बाद किसान चौक पर जाम की स्थिति से निपटना यातायात विभाग के लिए बड़ी चुनौती होगी।
लगभग 95% काम पूरा
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि पीक आवर्स में यहां लाखों यात्री ट्रैफिक जाम में फंस जाते हैं, क्योंकि निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। फ्लाईओवर का काम काफी तेज और अच्छे स्तर पर चल रहा है। पृथला गोल चक्कर सिगनेचर ब्रिज का लगभग 95% काम पूरा हो गया है। अगले 15 दिन में इस परियोजना को पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पृथला गोल चक्कर पर 154 मीटर लंबा केबल सस्पेंशन ब्रिज बनाया जा रहा है। यह देखने में बेहद खूबसूरत होगा। यह दिल्ली में यमुना नदी पर बनाए गए सिग्नेचर ब्रिज जैसा है। इस ब्रिज तक पहुंचने के लिए ग्रेटर नोएडा की तरफ 207 मीटर लंबा रैंप बन रहा है। नोएडा की तरह रैंप की लंबाई 287 मीटर है। 600 मीटर लंबा सस्पेंशन पुल एलईडी रोशनी के साथ बेहद खूबसूरत नजर आएगा। इसके बीच वाले दोनों खंभे लंबी दूरी के प्रोजेक्टर से लैस होंगे।
कई बार निर्माण की समय सीमा खत्म हुई
अधिकारियों ने कहा कि पुल से जुड़ा लंबित सिविल कार्य और लाइटिंग का काम साथ-साथ काम पूरा किया जाएगा। सिग्नेचर ब्रिज पर काम दिसंबर 2020 में शुरू हुआ था। इसके बाद से कई समय सीमाएं खत्म हो गई हैं। वैसे इसका निर्माण जून 2022 में पूरा हो जाना चाहिए था। अब नई समय सीमा 31 मार्च 2023 थी, जो बीत चुकी है। अधिकांश निर्माण कार्य पूरा होने के बाद प्राधिकरण के अधिकारी अब मई के अंत तक पुल का शुभारंभ करने की उम्मीद कर रहे हैं।
इन सेक्टरों में रहने वालों को होगा फायदा
इस फ्लाईओवर के बनने से सेक्टर-51, 52, 61,70 ,71, 72, 73, 74, 75, 76, 77, 78, 79, 121,122 और किसान चौक की ओर जाने वालों का सफर आसान हो जाएगा। दिल्ली से गाजियाबाद और हापुड़ की ओर आने-जाने वालों को भी काफी फायदा मिलेगा। अभी यहां वाहन चालक लंबे जाम में फंसते हैं।