अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली
Published by: सुशील कुमार
Updated Thu, 30 Dec 2021 08:52 PM IST
सार
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि कई मरीज ऐसे भी सामने आए हैं, जो हवाई अड्डे पर कोरोना निगेटिव या लक्षण नहीं थे, लेकिन घर जाने के बाद उनमें संक्रमण बढ़ा साथ ही उनके संपर्क में आने वाले दूसरे लोग भी संक्रमित हुए हैं।
एयरपोर्ट पर कोरोना जांच(फाइल)
– फोटो : पीटीआई
दिल्ली में कोरोना वायरस के सामुदायिक प्रसार को रोकने के लिए अब विदेश से आने वालों को उनके घर जाने नहीं दिया जाएगा। नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के बाद इन्हें नजदीकी होटल में क्वारंटीन किया जाएगा। यहां जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे का फैसला लिया जाएगा।
गुरुवार को स्वास्थ्य निदेशक डॉ. नूतन मुंडेजा ने निर्देश जारी करते हुए बताया कि विदेश से आने वालों को होटल और कोविड निगरानी केंद्रों में रखा जाएगा। होटल में कोई भी यात्री अपने खर्चे पर ठहर सकता है। जबकि सरकारी व्यवस्था के लिए उन्हें कोविड निगरानी केंद्र का विकल्प है। अलग-अलग जिलों में इनकी स्थापना हुई है। हवाई अड्डे पर मौजूदा टीम को विदेश से आने वालों को होटल या फिर निगरानी केंद्र भेजने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दरअसल अभी तक विदेशों से आने वालों की हवाई अड्डे पर कोविड जांच हो रही थी। जिनमें कोरोना संक्रमित होने के बाद भी लक्षण नहीं है, उन्हें घर में ही क्वारंटीन किया जा रहा था। साथ ही जिनमें लक्षण थे, उन्हें सीधे लोकनायक या फिर मैक्स स्मार्ट अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा था। सभी मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है। अगर रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि होती है तो उक्त मरीज को घर से अस्पताल भेजा जा रहा था।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि कई मरीज ऐसे भी सामने आए हैं, जो हवाई अड्डे पर कोरोना निगेटिव या लक्षण नहीं थे, लेकिन घर जाने के बाद उनमें संक्रमण बढ़ा साथ ही उनके संपर्क में आने वाले दूसरे लोग भी संक्रमित हुए हैं। इसके चलते दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले भी बढ़े हैं। इसी प्रसार को रोकने के लिए यह व्यवस्था की गई है।
सात मरीजों को होटल किया शिफ्ट
गुरुवार को नए निर्देश जारी होने के बाद लोकनायक अस्पताल से सात कोरोना संक्रमित मरीजों को होटल में शिफ्ट कराया गया है। यह सभी मरीज ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर संदिग्ध हैं। इनमें संक्रमण का काफी हल्का असर है। अभी तक जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट सामने नहीं आई है।
विस्तार
दिल्ली में कोरोना वायरस के सामुदायिक प्रसार को रोकने के लिए अब विदेश से आने वालों को उनके घर जाने नहीं दिया जाएगा। नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के बाद इन्हें नजदीकी होटल में क्वारंटीन किया जाएगा। यहां जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे का फैसला लिया जाएगा।
गुरुवार को स्वास्थ्य निदेशक डॉ. नूतन मुंडेजा ने निर्देश जारी करते हुए बताया कि विदेश से आने वालों को होटल और कोविड निगरानी केंद्रों में रखा जाएगा। होटल में कोई भी यात्री अपने खर्चे पर ठहर सकता है। जबकि सरकारी व्यवस्था के लिए उन्हें कोविड निगरानी केंद्र का विकल्प है। अलग-अलग जिलों में इनकी स्थापना हुई है। हवाई अड्डे पर मौजूदा टीम को विदेश से आने वालों को होटल या फिर निगरानी केंद्र भेजने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दरअसल अभी तक विदेशों से आने वालों की हवाई अड्डे पर कोविड जांच हो रही थी। जिनमें कोरोना संक्रमित होने के बाद भी लक्षण नहीं है, उन्हें घर में ही क्वारंटीन किया जा रहा था। साथ ही जिनमें लक्षण थे, उन्हें सीधे लोकनायक या फिर मैक्स स्मार्ट अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा था। सभी मरीजों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है। अगर रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि होती है तो उक्त मरीज को घर से अस्पताल भेजा जा रहा था।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि कई मरीज ऐसे भी सामने आए हैं, जो हवाई अड्डे पर कोरोना निगेटिव या लक्षण नहीं थे, लेकिन घर जाने के बाद उनमें संक्रमण बढ़ा साथ ही उनके संपर्क में आने वाले दूसरे लोग भी संक्रमित हुए हैं। इसके चलते दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले भी बढ़े हैं। इसी प्रसार को रोकने के लिए यह व्यवस्था की गई है।
सात मरीजों को होटल किया शिफ्ट
गुरुवार को नए निर्देश जारी होने के बाद लोकनायक अस्पताल से सात कोरोना संक्रमित मरीजों को होटल में शिफ्ट कराया गया है। यह सभी मरीज ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर संदिग्ध हैं। इनमें संक्रमण का काफी हल्का असर है। अभी तक जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट सामने नहीं आई है।
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