नई दिल्ली6 घंटे पहले
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दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक जालसाज को अरेस्ट किया है। आरोपी 33 वर्षीय शुभम सक्सेना है। इस पर अपनी की कंपनी में 13.65 करोड़ रुपए के गबन का आरोप है। इसने कंपनी के फर्जी बोर्ड प्रपोजल के जरिए न सिर्फ इंटरनेट बैंकिंग को एक्टिवेट करवाया बल्कि विक्रेताओं के नाम पर फर्जी खाते भी खोले थे।
पुलिस के अनुसार एल्डेको ग्रुप ऑफ कंपनीज की तरफ से शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें अकाउंट सेक्शन के असिस्टेंट मैनेजर शुभम सक्सेना के खिलाफ कंपनी के फंड के गबन के आरोप लगाए गए थे। आरोपी ने विक्रेताओं के नाम पर फर्जी खाते खोलकर रकम को अपने व्यक्तिगत खाते में ट्रांसफर किया था। धोखाधड़ी का पता इसी साल अगस्त में चला, जब एक विक्रेता को दो बार पेमेंट की गई।
कुछ गड़बड़ी के संदेह में आंतरिक पूछताछ की गई और यह पता चला कि 2018 के बाद से शुभम सक्सेना ने विक्रेताओं के नाम पर फर्जी खाते खोलकर करोड़ों रुपये का गबन किया है। फर्जी बोर्ड प्रपोजल के आधार पर इसने इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा भी हासिल कर ली थी। 23 सितंबर को इस संबंध में केस दर्ज किया गया। जांच में पता चला सबसे ज्यादा फंड इंटरनेट बैंकिंग के जरिए ट्रांसफर किया गया जिसके लिए शुभम सक्सेना का मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी रजिस्टर्ड था। आरोपी कंपनी में 2009 से अकाउंट विभाग में कार्यरत था।