पुन्हाना/गुड़गांव5 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
मेवात की बेटी वसुंधरा हुई अब देश में प्रसिद्ध, बधाई देने वालों का लग रहा तांता।
- टीवी शो के जजों ने दिया आगे बढ़ने में सहयोग करने का भरोसा
शिक्षा के मामले भले ही मेवात जिला पिछड़ेपन का दंश झेल रहा हो, लेकिन इस क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नही है। कमी है तो प्रतिभाओं को तराशने की। पुन्हाना क्षेत्र की वसुंधरा ने टीवी शो सा रे गा मा पा-2021 के मंच पर पहुंचकर अपनी मधुर आवाज से कार्यक्रम के जज विशाल ददलानी, हिमेश रेशमिया, शंकर महादेवन का दिल जीत लिया। आर्थिक स्थिति में कमजोर वसुंधरा के संघर्ष की कहानी जानकर जज विशाल ददलानी सहित अन्य ने भी वसुंधरा को आगे बढ़ने में पूरा सहयोग करने का भरोसा दिया है। वसुंधरा को लेकर बेशक अभी तक लोग अनजान थे, लेकिन टीवी शो में जैसे ही पुन्हाना और मेवात का नाम आया तो वसुंधरा के घर लोगों का बधाइयां देने वालो तांता लग गया साथ ही सोशल मीडिया पर वसुंधरा के परफॉर्मेंस की वीडियो वायरल होने लगी।
वसुंधरा ने प्राइमरी की पढ़ाई मेवात मॉडल स्कूल से की है तो तंगी के कारण 10वीं तक उन्होंने सरकारी स्कूल में शिक्षा ग्रहण की। चार बहन और दो भाइयों में मंझली वसुंधरा के पिता समोज कुमार मेवात मॉडल स्कूल तथा उनकी माता पूनम रानी कस्तूरबा गांधी स्कूल में सफाई कर्मचारी नियुक्त हैं।
देश दुनिया मे अपनी आवाज के जादू से लोगों को आकर्षित करने वाले पुन्हाना के सलमान अली ने लिटिल चैंप्स शो में इसी तरह अपनी आवाज का जलवा दिखाकर आज कामयाबी की बुलंदियों को छू लिया है। मुंबई के इतने बड़े टीवी शो में पहुंचने वाले गायक सलमान अली और वसुंधरा एक ही वार्ड के रहने वाले है। वसुंधरा को मुम्बई का रास्ता दिखाने में गायक सलमान अली ने भी अपना सहयोग किया है। सलमान अली ने वसुंधरा के परिजनों को दिल्ली ऑडिशन में शामिल होने की सूचना दी, जहां से उनका मुम्बई जाने का रास्ता साफ हुआ। आर्थिक स्थिति से कमजोर वसुंधरा को इस मंजिल तक पहुंचाने में उनके नाना बाबा हरपाल नाथ ने पूरी मदद की है, वही उसके पिता समोज कुमार के स्कूल स्टाफ ने भी सहयोग किया।
मूल रूप से वसुंधरा राजस्थान के भरतपुर जिले के डीग कस्बे की रहने वाली है, लेकिन पिछले 25 वर्ष से वह अपने ननिहाल में रह रही है। करीब 25 वर्ष पहले उसके पिता पुन्हाना में आकर बस गए थे।
वार्ड पार्षद सतपाल , कर्मवीर मामा ने बताया कि वसुंधरा को अपने नाना बाबा हरपाल नाथ, माता पूनम के साथ भजन मंडलियों, जागरण इत्यादि में गाने का शौक था, स्कूली पढ़ाई के साथ साथ उन्होंने गायिकी के लिए समय निकालकर अपने प्रयास जारी रखे। मोबाइल से गाने सुनकर घर पर उन्होंने अपनी आवाज को बुलंद करना सीखा और उन्ही प्रयासों के सहारे पिछड़े क्षेत्र की बेटी मुम्बई पहुंचकर सारेगामापा 2021 के शो में कामयाबी हासिल कर आई। वसुंधरा की गायिकी ने जहां सबका दिल जीत लिया, वहीं वसुंधरा के संघर्ष की कहानी को सुनकर जज विशाल ददलानी व हिमेश रेशमिया की आंखों में आंसू छलक गए।
वसुंधरा की गायिकी से प्रभावित होकर सारेगामापा 2021 के जज विशाल ददलानी ने कहा कि इस तरह हम बेटियो को सहयोग नही करेंगे तो वो कैसे आगे बढ़ेगी।बेटियो को सिखाएंगे, पढ़ाएंगे तभी हमारा देश कहा से कहा पहुंचेगा, बहुत आगे बढ़ जाएगा। वसुंधरा की ये कमाल की आवाज ओर जज्बा एक जबाब है उन लोगो को जो लड़कियों को आगे बढ़ने से रोकते है। सचमुच वसुंधरा का टेलेंट इसी सहयोग हकदार है। वसुंधरा बहुत आगे तक जाएगी।