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नई दिल्ली4 घंटे पहले
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नीट पीजी काउंसलिंग 2021 में हो रही देरी के विरोध में शुक्रवार से दिल्ली के अधिकतर अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर रहे। डॉक्टरों के हड़ताल के कारण दिल्ली के सभी अस्पतालों में हजारों की संख्या में मरीज परेशान हुए। वहीं गंभीर मरीजों ज्यादा परेशानी हुई। सफदरजंग अस्पताल पहुंची एक महिला के परिजन ने बताया कि उनके दादी को सिर में चोट लगी।
उपचार के लिए उन्हें 5 अस्पताल लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों के हड़ताल के कारण कही भर्ती नहीं किया गया। परेशान होकर सफदरजंग अस्पताल पहुंचे लेकिन यहां भी डॉक्टरों ने उपचार करने से मना कर दिया। वहीं अन्य मरीजों ने बताया कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में गरीब मरीज उपचार करवाने आते हैं। डॉक्टरों के हड़ताल के कारण उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। मरीजों को कहना है कि इन दिनों बीमारी भी तेजी से बढ़ रही है।
वहीं फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) से जुड़े डॉक्टरों का कहना है कि शुक्रवार से फिर से देशव्यापी हड़ताल की गई। इससे पहले हमारी मांगों को लेकर सरकार ने कोई फैसला नहीं लिया। परेशान होकर हमें बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) सेवाओं को बंद रखना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस हड़ताल के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले को जल्द से जल्द सुलझा लिया जाएगा।
इसके लिए उन्होंने एक माह का समय मांगा है। उनकी कोशिश है कि अगले 3 से 4 दिन में सुप्रीम कोर्ट में भी जल्द सुनवाई के लिए अपील की जाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल हमने ओपीडी बहाल न करने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि इस हड़ताल के दौरान आपात सेवाएं या जरूरी सर्जरी को नहीं रोका गया है। वहीं सीनियर डॉक्टर ओपीडी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।