आईआईएमटी कॉलेज पहुंचे सोलर मैन ऑफ इंडिया
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। सोलर मैन ऑफ इंडिया के नाम से प्रसिद्ध आईआईटी मुंबई के प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी अपनी एनर्जी स्वराज यात्रा अभियान के तहत ग्रेटर नोएडा शहर के नॉलेज पार्क स्थित आईआईएमटी कॉलेज समूह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। प्रोग्राम की शुरूआत सरस्वती वंदना के साथ हुई। इस दौरान कॉलेज समूह के प्रबंध निदेशक डॉ. मयंक अग्रवाल ने चेतन सिंह सोलंकी का तुलसी पौधा और राधा-कृष्ण की मूर्ति देकर स्वागत किया।
कार्यक्रम में सोलर मैन ऑफ इंडिया यानी चेतन सिंह ने आईआईएमटी परिसर के कृष्णा हॉल में ‘जलवायु परिवर्तन और सोलर एनर्जी को लेकर कई बिंदुओं पर एक व्याख्यान दिया। एनर्जी स्वराज यात्रा को लेकर उन्होंने छात्रों से कहा कि यह पॉलिसी नहीं, प्रोजेक्ट नहीं, स्कीम नहीं, बल्कि जन आंदोलन है।
सब उसमें भागीदारी करें। इसलिए करें कि अपने बच्चों के लिए जीने लायक धरती छोड़कर जाएं। अस्तित्व का केंद्र सौर ऊर्जा है और इस केंद्र पर हमें फिर से स्थापित होना होगा.” उन्होंने आगे बताया कि हमें 100 फीसदी जीवन सोलर एनर्जी से चलाना होगा। उसका कोई विकल्प नहीं है। जलवायु परिवर्तन हो चुका है, इसलिए हमें कोयला, डीजल, पेट्रोल और गैस को बंद करना होगा। फिर हमारी ऊर्जा की जरूरतें सौर ऊर्जा से पूरी करेंगे।
एनर्जी स्वराज यात्रा और बस को लेकर विस्तार से बतायाः- उन्होंने कहा कि 11 सालों की यात्रा का पूरा सफर वे इसी बस में करेंगे। उन्होंने बताया यह बस मेरी यात्रा के साथ यात्रा के उद्देश्य को भी पूरा करेगी। इसमें आगे की ओर बैठक व्यवस्था है जिसे बिस्तर में बदला जा सकता है। बीच के हिस्से में किचन और बाथरूम है।
पीछे की ओर मीटिंग रूम कम ऑफिस है। इसमें पंखे, टीवी, लाइट, इंडक्शन, एयरकंडीशनर और सीसीटीवी कैमरा सहित करीब 30 उपकरण लगे हैं। ये सभी सौर ऊर्जा से चलते हैं। बस की छत पर सोलर प्लेट्स लगाई गई है। बस में सौर ऊर्जा से चलने वाली एक साइकिल भी रखी गई है।
कार्यक्रम के दौरान आईआईएमटी कॉलेज समूह के प्रबंध निदेशक डॉ. मयंक अग्रवाल ने कहा कि किसी भी सामाजिक कार्य के लिए सरकारों की मदद जरूरी है, उनकी पॉलिसी जरूरी है।
लेकिन वह पर्याप्त नहीं है, वह तभी ठीक होगा, जब हम लोग सरकार के साथ मिलकर, अपने बच्चों के प्रति कर्तव्य समझकर इसे ठीक करें, तभी ये बदलाव आ सकता है। इस मौके पर कॉलेज के सभी डॉयरेक्टर, डीन, फैक्लटी सहित अनेक छात्र मौजूद रहे।