खिलाड़ियों के लिए स्पोर्ट्स फैसिलिटी जल्द शुरू कराने के दिए निर्देश – ऋतु महेश्वरी
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने शनिवार को स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, वेडिंग जोन, आईआईटीजीएनएल की इंडस्ट्रियल टाउनशिप व ट्रकर्स प्वाइंट का जायजा लिया। इन सुविधाओं को जल्द शुरू कराने के निर्देश दिए। सीईओ रितु माहेश्वरी ने एसीईओ प्रेरणा शर्मा व अमनदीप डुली के साथ शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में स्थित क्रिकेट ग्राउंड, स्वीमिंग पूल, स्क्वैश, फुटबॉल ग्राउंड, बैडमिंटन कोर्ट आदि सुविधाओं को देखा।
इस ग्राउंड में अंतराष्ट्रीय स्तर के मैच कराने के लिए प्रयास किए जाने की बात कही। बैडमिंटन कोर्ट में जल्द एकेडमी शुरू कराने के निर्देश दिए। ओलंपिक स्तर के बने स्वीमिंग पूल को भी जल्द शुरू कराया जाएगा। सीईओ ने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के रखरखाव को और बेहतर बनाने और सभी सुविधाओं को खिलाड़ियों के लिए शुरू कराने के निर्देश दिए।
सीईओ ने स्पोर्ट्स की सभी फैसिलिटी के साथ ही स्पोर्ट्स कंपलेक्स में बने 12 क्योस्क , दुकानें व रेस्टोरेंट को भी को भी जल्द शुरू कराने को कहा है।सेक्टर बीटा टू स्थित वेडिंग जोन का भी सीईओ ने निरीक्षण किया। उन्होंने सभी प्रक्रिया को पूरा कर इसे वेंडरों को दिए जाने के निर्देश दिए। इस वेंडिंग जोन में 48 वेंडरों के लिए प्लेटफॉर्म बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा प्राधिकरण शहर में चार जगहों पर वेंडर मार्केट बना रहा है। ये चार जगह अल्फा टू, बीटा वन, डेल्टा टू और सेक्टर 36 हैं। इनका निर्माण तेजी से चल रहा है।
इन वेंडर्स मार्केट में क्योस्क, वेंडिंग स्टेशन, शौचालय, कार पार्किंग, टू व्हीलर पार्किंग, साइकिल स्टैंड आदि सुविधाएं होंगी। आईआईटीजीएनएल की इंटीग्रेटेड टाउनशिप का जायजा लेते हुए सीईओ ने कहा कि जिन कंपनियों को अब तक आवंटन हो चुके हैं, उनकी इकाई जल्द शुरू कराने के लिए प्रयास किया जाए। साथ ही टाउनशिप में बची हुई जमीन को कंपनियों को आवंटित करने के निर्देश दिए।
सीईओ ने आईआईटीजीएनएल में ऑटोमेटिक वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट का जायजा लेते हुए नए साल में इसे शुरू कराने और रखरखाव को बेहतर के निर्देश दिए। सीईओ ने ट्रकर्स प्वाइंट के कार्य को भी शीघ्र पूरा कर शुरू कराने के निर्देश दिए। सिरसा के पास ईस्टर्न पेरिफेरल के एंट्री प्वाइंट के पास बनाए जा रहे इस ट्रकर्स प्वाइंट में ट्रकों को ठहरने, फ्यूल, ढाबे आदि सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।