राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस प्रशासन द्वारा त्यागी समाज की छवि धूमिल करने की कड़े शब्दों में निंदा
श्रीकांत त्यागी के परिजनों व गिरफ़्तार किये गये 6 व्यक्तियो की निष्पक्ष जाँच कराने की माँग करता है राष्ट्रीय ब्रहर्षि परिषद
श्रीकांत त्यागी प्रकरण पूरा राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित पूरे प्रकरण की हो निष्पक्ष जाँच हो- कपिल त्यागी
गाजियाबाद, रफ्तार टुडे।; राष्ट्रीय ब्रहर्षि परिषद के तत्वाधान में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया । संगठन के प्रधान महासचिव संदीप त्यागी नारंगपुर ने कहा कि विगत दिनों से चल रहे श्रीकांत त्यागी प्रकरण को एक अंतरराष्ट्रीय खबर बना देने की कोशिश की गई है जिसकी हमारा संगठन निंदा करता है।
आरोपी श्रीकांत त्यागी जो महिला के साथ बदसलूकी की है जो वीडियो मे दिख रहा है इसकी जांच करना कानून का काम है क्योकि वीडियो मे केवल श्रीकान्त की बदतमीजी ही दिख रही है जबकी पूरे वीडियो की जाँच करने पर ही पता लग सकता है लेकिन किसी राजनीतिक दबाव में पूरे समाज को बदनाम करना शासन प्रशासन के ऐसे कृत्य की हम निंदा करते हैं ।
राष्ट्रीय ब्रह्मर्षि परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चेतन त्यागी ने कहा कि श्रीकांत त्यागी प्रकरण में वहां के स्थानीय सांसद ने मामले को सुलझाने के बजाय आग में घी डालने का काम किया. स्थानीय सांसद होने के नाते इस गाली गलौज के प्रकरण को अपने स्तर से वहां पर सुलह कराई जा सकती थी लेकिन उनके द्वारा व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप कर इसको राष्ट्रीय मुददा बना दिया जबकि खुद इनके द्धारा पुलिस कमिश्नर महोदय के प्रति भी असंसदीय भाषा का प्रयोग यह दर्शाता है कि कहीं ना कहीं श्रीकांत त्यागी व वहां के स्थानीय सांसद के बीच कोई राजनीतिक प्रतिद्वंदिता रही होगी।
इसमें श्रीकन्त के परिजनों का क्या दोष है। राष्ट्रीय ब्रह्मर्षि परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनोज त्यागी ने कहा कि हम लोग कानून में आस्था रखने वाले व्यक्ति हैं हमारे समाज का आजादी की लड़ाई में बहुत अहम योगदान रहा है लेकिन जिस तरह से मीडिया पर पूरे समाज को गुंडा लिखना है समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा पूरे त्यागी समाज को अपराधिक ढंग से पेश करना इस तरह की स्थिति कहीं ना कहीं यही दर्शाती है कि पूरा मामला राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है।
हम अपने प्रदेश के मुख्यमंत्री आदरणीय योगी आदित्यनाथ जी से निष्पक्ष न्याय की उम्मीद करते हैं पूरे प्रकरण की विधिवत पारदर्शिता के साथ जांच कराई जाए और निर्दोष किसी को फसाया न जाए यह न्याय का प्राकृतिक सिद्धांत भी कहता है राष्ट्रीय ब्रह्मर्षि परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अंकुल त्यागी ने कहा कि जिस तरह पुलिस राजनीतिक दबाव में काम कर रही है उससे यह लगता है कि पूरा मामला राजनीति से प्रेरित है।
श्रीकांत त्यागी के परिवार से मिलने गये जिन निर्दोष लोगो पर फर्जी मुकदमा लगाया गया है उन व्यक्तियों का कोई अपराधिक इतिहास नहीं है इनमें दो अधिवक्ता है व चार सामाजिक कार्यकर्ता हैं राष्ट्रीय ब्रह्मर्षि परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विकास त्यागी व सचिव अभिषेक त्यागी ने कहा कि आरोपित व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा कायम हो चुका है जांच करने का काम पुलिस का है लेकिन आरोपित व्यक्ति के परिजनों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए जिस तरह उनकी पत्नी दो दिन तक पुलिस हिरासत मे रखा यह मानवाधिाकारो का घोर उलंघ्घन है. इस अवसर पर राष्ट्रीय ब्रह्मर्षि परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष (कार्यकारी) कपिल त्यागी,राष्ट्रीय संघठन मन्त्री अंकुल त्यागी राष्ट्रीय प्रधान महासचिव संदीप त्यागी नारंगपुर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चेतन त्यागी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विकास त्यागी राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिव्क्ता मनोज त्यागी राष्ट्रीय सचिव अभिषेक त्यागी प्रदेश उपाध्यक्ष भीम त्यागी कपिल त्यागी सतेन्द्र त्यागी (चाचाजी) आदि उपस्थित रहे।