एसएसपी अजयपाल शर्मा को क्लीनचिट, विजिलेंस जांच में नहीं मिले भ्रष्टाचार के सबूत
लखनऊ, रफ्तार टुडे। उत्तर प्रदेश की विजिलेंस टीम (vigilance Team) ने जांच के दौरान भ्रष्टाचार मामले में साक्ष्य न मिलने पर आईपीएस अधिकारी और जौनपुर के एसएसपी अजयपाल शर्मा (IPS Ajaypal Sharma) को क्लीनचिट दे दी है। टीम ने उनके साथ ही चार लोगों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट भी लगा दी है।
विजिलेंस कोर्ट में वादी इंस्पेक्टर के बयान दर्ज होने के बाद इस फाइल को बंद कर दिया है। अजय पाल शर्मा गौतमबुद्ध नगर के भी पूर्व एसएसपी रह चुके हैं। गौतमबुद्ध नगर में आईपीएस अधिकारियों के बीच हुए विवाद और उसके बाद एक गोपनीय रिपोर्ट के लीक होने पर जनवरी 2020 में प्रदेश सरकार के छह आईपीएस अफसरों को चार्ज से हटा दिया था।
रिपोर्ट में जिलों में कप्तान की कुर्सी के रेट और उसको लेकर लेनदेन का भी उल्लेख था। इसे लेकर एसआईटी और विजिलेंस ने जांच शुरू की थी। शासन से अनुमति मिलने के बाद विजिलेंस के इंस्पेक्टर विजय नारायण तिवारी ने 19 सितंबर 2020 को मेरठ के विजिलेंस थाने में आईपीएस अजयपाल शर्मा, चंदन राय, अतुल कुमार शुक्ला और स्वपनिल राय के खिलाफ केस दर्ज कराया था।