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- The Accused Had Recovered Lakhs Of Rupees By Being Trapped In The Honey Trap, Arrested Five People Including The Couple
नई दिल्ली7 घंटे पहले
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हनी ट्रैप में फंसाकर वसूली करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इस केस में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। गैंग की सरगना महिला है। यह गैंग काफी लोगों को अपना शिकार बना चुका था। इनकी पहचान रेवती देवी (33), जीवन पार्क निवासी वैभव (37), सोनू सूरी (42), शीतल अरोड़ा (40) उर्फ पूजा व टैगोर गार्डन निवासी हरबिंदर सिंह (60) के तौर पर हुई। इनमें रेवती और वैभव पति पत्नी हैं। पुलिस ने इनके पास से वसूली गई रकम 1,78 लाख, तीन सोने की अंगूठी, चार मोबाइल, तीन पुलिस फाइल, एक वैगनार कार, स्कूटी, एयर गन और गाड़ी पर लगने वाली लाल बत्ती बरामद की है।
द्वारका डिस्ट्रिक के एक पुलिस अधिकारी ने बताया 23 अक्टूबर को डाबड़ी थाने में एक बिजनेसमैन ने शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें बताया गया पूजा नाम की एक महिला ने उन्हें प्लाई बोर्ड खरीदने के लिए कॉल किया था। 21 अक्टूबर को वह माता चानन देवी हॉस्पिटल गए। तभी पूजा ने उन्हें वाट्सएप कॉल किया और वह पांच मिनट में ई रिक्शा से वहां आ गई। इसके बाद वह उसे एक घर में ले गई।
उसे पानी पीने को दिया गया। पानी पीने के बाद वह सुधबुध खो बैठे। जब होश आया तो उन्होंने खुद को बेड पर आपतिजनक हालत में पाया। वहां पांच छह महिलाएं और तीन पुरुष खड़े थे। यहां उनके साथ मारपीट कर पंद्रह हजार से ज्यादा रुपए, हाथ की घड़ी, सोनू की अंगूठी लूट ली। इसके बाद उनसे सात लाख रुपए की मांग की गई और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया।
जांच के दौरान पुलिस ने मोबाइल की सीडीआर चैक की। जिसके बाद इस गैंग की सरगना सोनू सूरी का नाम सामने आया। इसके बाद पुलिस ने मामले में शामिल सभी आरोपियों को एक-एक कर दबोच लिया।
पुलिस की तहकीकात में खुलासा हुआ शिवानी वसूली के लिए टिंडर एप पर लोगों के मोबाइल नंबर तलाशती थी। वह शीतल को नंबर दे देती थी। इसके बाद जाल में फंसे पीड़ित को रेवती के घर पर लाया जाता था। रेवती उन्हें गलत काम करने के लिए घर मुहैया करवाती थी। आरोपी जब पीड़ित के साथ आपतिजनक हालत में होती तभी गैंग के अन्य सदस्य कमरे में पहुंच जाते थे।