BJP Breaking News : “25 जून 1975 की काली रात” को भुलाया नहीं जा सकता!, पटवारी का बाग गांव में भाजपा ने आपातकाल विरोध दिवस पर आयोजित की जनजागरण गोष्ठी, पंकज सिंह बोले - कांग्रेस ने लोकतंत्र को जंजीरों में जकड़ा

दादरी, रफ़्तार टुडे।
25 जून 2025 को भारतीय जनता पार्टी द्वारा आपातकाल विरोध दिवस के उपलक्ष्य में दादरी विधानसभा के बादलपुर मंडल स्थित पटवारी का बाग गांव में एक विशाल गोष्ठी एवं जनजागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नोएडा विधायक व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह रहे। उनके साथ मंच साझा किया क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मानसिंह गोस्वामी, दादरी विधायक मास्टर तेजपाल नागर और जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा ने।
इस आयोजन की अध्यक्षता आपातकाल के लोकतंत्र सेनानी श्री किशनलाल पाराशर ने की, जबकि संचालन का दायित्व जिला महामंत्री ने निभाया।
पंकज सिंह का तीखा हमला: “सिर्फ सत्ता के लिए कुचला गया संविधान”
अपने उद्बोधन में पंकज सिंह ने 25 जून 1975 को भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला दिन बताया। उन्होंने कहा कि—
“इंदिरा गांधी ने जब सत्ता खतरे में देखी, तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कुचलते हुए आपातकाल थोप दिया। प्रेस की स्वतंत्रता पर पहरा बैठा दिया गया, विपक्ष को जेलों में डाल दिया गया, और संविधान को अपनी इच्छाओं के अनुसार तोड़ा-मरोड़ा गया।”
उन्होंने आगे जोड़ा—
“पहले नेहरू जी ने 1951 में प्रेस की आज़ादी पर अंकुश लगाने की कोशिश की और फिर 1988 में राजीव गांधी ने भी ऐसा ही किया। कांग्रेस की सोच हमेशा से लोकतंत्र विरोधी रही है, और आज भी वह मीडिया की आज़ादी से डरती है।”
मानसिंह गोस्वामी बोले – “कांग्रेस ने जनता के भरोसे को तोड़ा”
भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मानसिंह गोस्वामी ने कहा कि—
“1975 में कांग्रेस की सरकार ने जनता के भरोसे का गला घोंटा। सत्ता के लालच में उन्होंने न संविधान की परवाह की, न ही लोकतांत्रिक संस्थाओं की। यह इतिहास में विश्वासघात के रूप में दर्ज रहेगा।”

तेजपाल नागर ने याद दिलाया जबरन नसबंदी का दौर
दादरी विधायक मास्टर तेजपाल नागर ने आपातकाल के अत्याचारों को याद करते हुए कहा—
“इंदिरा गांधी की सरकार ने विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया, लोगों की जबरन नसबंदी कराई गई, और पत्रकारों की आवाज को दबा दिया गया। वो दौर भारतीय लोकतंत्र की सबसे बड़ी शर्मनाक तस्वीर थी।”
जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा बोले – “अम्बेडकर के संविधान का अपमान हुआ”
भाजपा जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा ने कहा कि—
“25 जून 1975 की रात केवल एक तारीख नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र पर एक आघात थी। बाबा साहब अंबेडकर के बनाए संविधान का तिरस्कार करते हुए इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया और देश की आत्मा को झकझोर दिया।”
लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान और जनसंवाद
कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी श्री किशनलाल पाराशर की अध्यक्षता में आपातकाल के दौर में जेल गए कार्यकर्ताओं को याद किया गया। मंच से कई वक्ताओं ने उस दौर की भयावहता को याद करते हुए लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनमानस को सजग रहने की सलाह दी।
उपस्थिति रही प्रभावशाली
इस अवसर पर बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी, वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। मुख्य रूप से शामिल रहे:
- पूर्व जिलाध्यक्ष विजय भाटी
- जिला महामंत्री धर्मेन्द्र कोरी
- जिला पंचायत सदस्य देवा भाटी
- जिला उपाध्यक्ष सतेन्द्र नागर, पवन नागर
- वीरेन्द्र भाटी, रवि जिन्दल, कर्मवीर आर्य
- महेंद्र नागर, अर्पित तिवारी, धीर राणा
- राजीव सिंघल, सुधीर कौशिक, अरुण प्रधान, अमन कौशिक
- ओमकार भाटी, मुकेश चौहान, अशोक रावल, मनवीर नागर
सैकड़ों ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम को जनआंदोलन का स्वरूप दिया।
लोकतंत्र की रक्षा के लिए भाजपा का संदेश
कार्यक्रम का निष्कर्ष यही रहा कि भाजपा जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव प्रतिबद्ध है। 1975 की घटना को भूलना नहीं है, बल्कि सबक लेकर लोकतंत्र की नींव को और मजबूत करना है।
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