मुरादाबादएक घंटा पहले
डॉ. निधि की फाइल फोटो।
इंपीरियल ग्रीन्स सोसायटी के बंद फ्लैट में मिले डॉ. निधि के शव का शनिवार को पोस्टमार्टम किया जा रहा है। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे निधि के भाइयों ने इसे आत्महत्या का मामला मानने से इंकार कर दिया है। डॉ. निधि के भाई रौनक सिंह ने कहा कि उनकी बहन की हत्या की गई है। पुलिस मामले की जांच करके कातिल का पता लगाए।
निधि के भाइयों रौनक सिंह और प्रिंस ने कहा कि वह चाहते हैं कि पुलिस हत्या की FIR दर्ज करके मामले की विवेचना करे। इसे आत्महत्या के नजरिए से न देखा जाए। दोनों ने कहा कि रूम अंदर से लॉक नहीं था। अंदर से कुंडी खुली हुई थी। उसे चॉबी से लॉक किया गया था। रौनक ने कहा कि चाबी से तो कमरे को बाहर से भी लॉक किया जा सकता है।
पोस्टमार्टम हाउस के बाहर खड़े निधि के परिजन।
2 दिन से फ्लैट में पड़ा था शव
फरीदाबाद सेक्टर 34 की रहने वाली डॉ. निधि सिंह (31 साल) एनेस्थिसियोलॉजिस्ट थीं। वह पिछले करीब एक साल से एशियन विवेकानंद हॉस्पिटल में प्रैक्टिस कर रही थींं। अस्पताल के पास मे ही स्थित इंपीरियल ग्रीन्स सोसायटी की तीसरी मंजिल पर स्थित फ्लैट में वह अकेले रहती थीं। निधि आखिरी बार बुधवार को अस्पताल गई थीं। इसके बाद से वह अस्पताल नहीं जा रही थीं।
घरवालों ने उनसे बात करने की कोशिश की, तो उनकी कॉल रिसीव नहीं हुई। हॉस्पिटल वालों के फोन भी निधि रिसीव नहीं कर रही थीं। लगातार दो दिन तक बेटी से बात नहीं होने पर फरीदाबाद से परिजनों ने शुक्रवार को हॉस्पिटल कॉल किया। हॉस्पिटल वाले शुक्रवार रात को पुलिस के साथ निधि के फ्लैट पर पहुंचे थे। वहां उनका नीला पड़ चुका शव बेड पर औंधे मुंह पड़ा मिला था।
डॉ. निधि की फाइल फोटो।
पुलिस को शक, इंजेक्शन लगाकर की आत्महत्या
ASP सागर जैन ने शुक्रवार रात दैनिक भास्कर को बताया था कि निधि के शव के पास ही एक इंजेक्शन पड़ा मिला है। माना जा रहा है कि इसी इंजेक्शन को लगाने की वजह से निधि की मौत हुई है। हालांकि, उनका कहना था कि पोस्टमार्टम के बाद ही इस मामले की तस्वीर साफ हो सकेगी। इंजेक्शन को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है।
डॉ. निधि की फाइल फोटो।
खुश थी हमारी बहन, शादी होने वाली थी
डॉ. निधि के भाइयों का कहना है कि उनकी बहन निधि अपने जीवन में सफल थी। वह खुश रहती थी। जल्द ही उसकी शादी भी होने वाली थी। इतनी कम उम्र में भी वह आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर थी। उसने वो सब हासिल किया था, जो वो जीवन से चाहती थी। ऐसा एक भी कारण नहीं है, जिसकी वजह से वो आत्महत्या करती।
बिस्तर पर औंधे मुंह पड़ा मिला था निधि का शव।