फरीदाबाद14 मिनट पहले
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मुश्ताक। (फाइल फोटो)
फरीदाबाद में मुश्ताक हत्याकांड के पीछे 3 साल पुरानी रंजिश सामने आई है। उस समय मामूली हाथापाई के कारण ही मुश्ताक और उसके दोस्त मुबारक को गोली मारी गई। हमलावरों के नाम भी सामने आ गए हैं। कोतवाली थाना पुलिस ने 9 नामजद लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है।
मुश्ताक के बड़े भाई AC नगर निवासी मुमताज अहमद ने बताया कि 2 नवंबर को उसका भाई मुश्ताक आकाश होटल के समीप खड़ा था। उस समय कार में सवार होकर आए बारा, श्याम मिश्रा उर्फ मोना पंडित, चंदन ने गोली मारने की धमकी दी। मुश्ताक ने यह बात घर आकर बताई। 9 नवंबर की रात भी आरोपी उनके घर के आसपास गाड़ियों में घूम रहे थे और बुधवार को मौका लगते ही आरोपियों ने गोली मार दी। मुश्ताक को 6 गोलियां लगने के कारण उसकी मौत हो गई। मुबारक को भी एक गोली लगी है। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। मुमताज की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने अजीत कालिया, विनोद बिधूड़ी, चंदन, संदीप बैंसला, श्याम मिश्रा, बारा, पुनीत पंडित, अमित बैंसला, सुमित के खिलाफ हत्या समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
विलाप करती मुश्ताक की मां।
ऐसे हुई वारदात
एसी नगर निवासी मुश्ताक अहमद बैग का कारोबार करता था। उसकी बाटा चौक के पास दुकान है। बुधवार सुबह 10 बजे वह अपने दोस्त मुबारक के साथ नीलम बाटा रोड, आकाश होटल के सामने बिरयानी की रेहड़ी लगाने वाले मनीष के पास पहुंचे थे। बिरयानी लेकर दोनों वहीं खड़े होकर खा रहे थे। इसी दौरान बाइक पर सवार दो बदमाश पहुंचे और आते ही मुश्ताक को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बदमाशों ने 6 गोलियां उसे मारीं। वारदात के दौरान मुश्ताक और मुबारक गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में मुश्ताक की मौत हो गई।
बाहर से बुलाए शूटर
पड़ोसियों ने बताया कि हत्या करने के लिए हमलावरों ने यूपी से शूटर बुलवाए थे। बाइक पर आए बदमाशों ने गोली मारी, वहीं स्कॉर्पियो और क्रेटा गाड़ी में सवार बदमाश पास में ही खड़े थे। बदमाशों ने पहले भी शाहिद मलिक नामक व्यक्ति पर हमला कर उसके हाथ पैर तोड़ दिए थे। परिजनों ने बताया कि हमलावरों और मृतक के बीच करीब तीन साल पहले हाथापाई हुई थी। तभी से ये रंजिश चली आ रही थी। पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह का कहना है कि कोतवाली पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीमें जांच कर रही हैं। जल्द हमलावरों को गिरफ्तार किया जाएगा।