NIET College News : नेतृत्व की पाठशाला, जहां भविष्य के निर्माण का खाका तैयार हुआ!, एनआईईटी ग्रेटर नोएडा ने दो दिवसीय ‘लीडरशिप एक्सीलेंस प्रोग्राम’ में दिखाया शिक्षकों को नेतृत्व का रास्ता, संवाद, टीम व वेलनेस का अद्भुत संगम

📍 ग्रेटर नोएडा | रफ्तार टुडे | 3 जून 2025
जब शिक्षा जगत के स्तंभ मिले एक मंच पर – लीडरशिप, सहयोग और संतुलन की मिसाल बना एनआईईटी का कार्यक्रम
नॉलेज पार्क स्थित एनआईईटी (नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी) ने ग्रेटर नोएडा के स्टेलर जिमखाना क्लब में एक भव्य और उद्देश्यपूर्ण दो दिवसीय ‘लीडरशिप एक्सीलेंस प्रोग्राम’ का आयोजन किया। इस विशेष आयोजन का उद्देश्य था – संस्थान के संकाय सदस्यों, विभागाध्यक्षों और शैक्षणिक नेतृत्वकर्ताओं को एक साझा मंच पर लाकर नेतृत्व, सहयोग और सशक्तिकरण के पहलुओं को प्रोत्साहित करना।
संकाय, विभागाध्यक्ष और नेतृत्वकर्ता – सब एक मंच पर
इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि जब शैक्षणिक नेतृत्वकर्ता, शिक्षक और विभागीय प्रतिनिधि एक विचार, एक लक्ष्य और एक मंच पर एकत्रित होते हैं, तो उसका प्रभाव केवल शैक्षणिक स्तर पर ही नहीं, बल्कि पूरे संस्थान की कार्यसंस्कृति पर पड़ता है।
कार्यक्रम की शुरुआत में सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया गया, जहां विभिन्न सत्रों के माध्यम से न केवल लीडरशिप के विविध पहलुओं पर चर्चा हुई, बल्कि सभी ने आपसी अनुभवों को साझा करते हुए टीम भावना को गहराई से महसूस किया।
लीडरशिप एक्सीलेंस – सिर्फ थ्योरी नहीं, व्यवहारिकता का संगम
कार्यक्रम के मुख्य फोकस क्षेत्र रहे:
- रणनीतिक नेतृत्व (Strategic Thinking)
- नवाचार और परिवर्तन (Innovation & Change Management)
- इमोशनल इंटेलिजेंस और टीम बिल्डिंग
- संवेदनशील नेतृत्व (Empathetic Leadership)
- फैकल्टी वेलनेस व स्ट्रेस मैनेजमेंट
इन सत्रों को पेशेवर विशेषज्ञों और प्रशिक्षकों ने इंटरैक्टिव अंदाज़ में संचालित किया। प्रतिभागियों ने न केवल विचारों का आदान-प्रदान किया, बल्कि रियल टाइम एक्टिविटी और केस स्टडी के माध्यम से प्रैक्टिकल लर्निंग का भी अनुभव किया।
डॉ. विनोद एम. कापसे का संदेश – “प्रेरित शिक्षक ही भविष्य गढ़ते हैं”
कार्यक्रम में एनआईईटी के निदेशक डॉ. विनोद एम. कापसे ने कहा:
“यह कार्यक्रम हमारी उस सोच का परिणाम है जिसमें हम मानते हैं कि केवल विषय ज्ञान नहीं, बल्कि एक प्रेरित, संतुलित और सहयोगी शिक्षक ही भविष्य के नेताओं को तैयार कर सकता है। ऐसे आयोजनों से न केवल टीम भावना मजबूत होती है, बल्कि संस्थागत लक्ष्यों के प्रति समर्पण भी गहराता है।”
उनके संबोधन ने कार्यक्रम के मूल उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए सभी प्रतिभागियों को नई ऊर्जा प्रदान की।
शिक्षक कल्याण और मानसिक संतुलन पर विशेष फोकस
कार्यक्रम का एक विशेष आयाम रहा – फैकल्टी वेलनेस सेशन, जिसमें शिक्षकों को कार्यस्थल पर तनाव, मानसिक दबाव और कार्य-जीवन संतुलन जैसे मुद्दों पर सांझा विचार और समाधान दिया गया। योग, माइंडफुलनेस एक्सरसाइज़ और समय प्रबंधन की तकनीकों पर केंद्रित इन सत्रों को सभी ने बेहद उपयोगी माना।
प्रमाणपत्र वितरण – सम्मान का प्रतीक, सीख की मुहर
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, जो इस अनुभव को केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि व्यावसायिक यात्रा का महत्त्वपूर्ण अध्याय भी बनाते हैं। यह प्रमाण-पत्र न केवल सीखने की मान्यता है, बल्कि एक नई शुरुआत का संकेत भी है।
समूह संवाद और नेटवर्किंग – संबंधों की नई शुरुआत
कार्यक्रम के दौरान कई ग्रुप ब्रेकआउट सेशन, टीम एक्टिविटीज और पैनल डिस्कशन आयोजित किए गए। इनसे न केवल शिक्षकों के बीच पारस्परिक संवाद बढ़ा, बल्कि नए सहयोग और सामूहिक परियोजनाओं की संभावनाओं के द्वार भी खुले।
शिक्षा + नेतृत्व + संवेदना = 21वीं सदी के शिक्षक
एनआईईटी द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम किसी औपचारिक ट्रेनिंग से कहीं अधिक था। यह एक विचार परिवर्तन की प्रक्रिया, एक नेतृत्व यात्रा का आरंभ, और एक आदर्श शैक्षणिक संस्थान की पहचान का प्रयास भी था।
आज के शिक्षक केवल पाठ पढ़ाने वाले नहीं, बल्कि विचारों के मार्गदर्शक और समाज के निर्माता बन चुके हैं। ऐसे में नेतृत्व, रणनीति और संतुलन का पाठ पढ़ाना आज की सबसे बड़ी जरूरत बन गया है।
Raftar Today की विशेष टिप्पणी – ऐसे आयोजनों से बनते हैं श्रेष्ठ शिक्षक और बेहतर संस्थान
इस कार्यक्रम ने एक बार फिर साबित किया कि जब किसी संस्थान का फोकस केवल शिक्षण नहीं, बल्कि शिक्षक के समग्र विकास पर होता है, तो उसका प्रभाव छात्रों, समाज और देश तक पहुंचता है। एनआईईटी जैसे संस्थान अगर लीडरशिप पर निवेश करते हैं, तो वह शिक्षा के असल उद्देश्य को साकार करते हैं।