नई दिल्ली18 घंटे पहले
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सरोजनी नगर इलाके में एक मल्टी नेशनल कंपनी के सीईओ को घर में बंधक बनाकर लूट के मामले का खुलासा हो गया है। पुलिस ने इस केस में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से एक देसी पिस्तौल, जिंदा कारतूस, दो स्कूटी, लूटा गया लैपटॉप, चार मोबाइल, कपड़े, जूते व अन्य सामान बरामद किया है। आरोपियों की पहचान सेक्टर तेरह निवासी शुभम, निजामुदीन निवासी आसिफ व जोगााबाई एक्सटेंशन निवासी मोहम्मद शरीफुल मुल्ला के तौर पर हुई।
डीसीपी साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक गौरव शर्मा ने बताया 14 दिसंबर को पीड़ित आदित्य कुमार ने बताया वह सरोजनी नगर इलाके में रहते हैं। पीतमपुरा की एक मल्टीनेशनल कंपनी में सीईओ के पद पर कार्यरत हैं। उस दिन साढ़े तीन बजे वह घर में अकेले थे। किसी ने उनके घर की डोर बैल बजाई। जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला तीन लोग जबरन घर में दाखिल हो गए। हथियार के बल उन्हें काबू कर लिया। मारपीट की और घर में रखे कीमती सामान को सौंप देने के लिए कहा। पीड़ित द्वारा विरोध जाहिर करने पर उसके हाथ और पैर कपड़े से बांधे दिए और घर में रखा लैपटॉप, मोबाइल फोन, ट्रोली बैग और उसकी स्कूटी की चाबी लेकर वहां से निकल गए।
रूठी गर्लफ्रेंड को गिफ्ट देने वारदात में शामिल हुआ
बदमाशों के जाने बाद किसी तरह पीड़ित ने अपने हाथ पैर खोले और लैपटॉप का इस्तेमाल कर फेसबुक के जरिए किसी रिश्तेदार को मामले की सूचना। बाद में उसी रिश्तेदार ने पुलिस को खबर दी। बदमाश उनकी स्कूटी भी ले गए थे। इस घटना की बाबत सरोजनी नगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर राकेश शर्मा की टीम ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे चैक किए। पीड़ित से लगातार बात कर जानकारी जुटाई। जिससे पता चला एक बदमाश दूसरे को शुभम बोलकर पुकार रहा था। यहीं से पुलिस को लुटेरों को सुराग भी मिला। करीब डेढ़ सौ बदमाशों के रिकॉर्ड खंगालने के बाद पुलिस ने शुभम की पहचान की।
पुलिस शुभम के घर पहुंची, जहां से पता चला वह बीते पंद्रह बीस दिन से वहां नहीं रहा है। हाल ही में वह जेल से छूटकर बाहर आया था। आखिरकार शुक्रवार को पुलिस टीम ने शुभम और उसके दो साथियों को लाल क्वार्टर के पास सरोजनी नगर इलाके से ही दबोच लिया। इनमें आसिफ के पास से पिस्टल बरामद हुई। पुलिस की तहकीकात में पता चला शुभम पेशेवर अपराधी है। वह इस साल जुलाई में ही मोबाइल झपटमारी के मामले में गिरफ्तार हुआ था, जो पिछले महीने ही जेल से बाहर आया था। आसिफ भी जेल में बंद था। वह भी बाहर आ गया था, जिसके बाद उसने शुभम से मुलाकात की। इसके जेल जाने से उसकी गर्ल फ्रैंड गुस्सा हो गई थी, जिसे मनाने और कोई महंगा गिफ्ट देने के लिए ही उसने लूट का प्लान बनाया था। पकड़े गए तीनों ही आरोपियों का पुराना अपराधिक रिकॉर्ड है।