नई दिल्ली5 घंटे पहले
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शादी का झांसा देकर ठगी करने वाले अरेस्ट जालसाज।
मैट्रिमोनियल साइट के जरिए महिलाओं के संपर्क में आकर उनसे ठगी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश हुआ है। इस मामले में पुलिस ने दो नाइजीरियन नागरिक समेत तीन लोगाें को गिरफ्तार किया है। यह गैंग सौ से ज्यादा लोगों से पच्चीस करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है। पुलिस ने आरोपियों से छह बैंक डेबिट कार्ड, पांच स्वाइप मशीन, तीन मोबाइल, एक लैपटॉप और एक टैबलेट बरामद किया है।
आरोपियों की पहचान वसंतकुंज निवासी लॉरेंस चिके नालुओ (30), ओंटुडे ओकुंडे उर्फ अलेक्स (34) व छतरपुर क्षेत्र निवासी दीपक दीक्षित (29) के तौर पर हुई। डीसीपी शाहदरा डिस्ट्रिक आर साथियासुंदरम ने बताया हाल ही में इस गैंग का शिकार हुई 35 साल की एक महिला ने जगतपुरी थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।
दोनों विदेशी नागरिक नाईजीरिया के रहने वाले हैं
पीड़ित महिला से आरोपी शादी डॉट काम वेबसाइट पर संपर्क में आया था, जहां उसने मनमीत नाम की प्रोफाइल आईडी बना रखी थी। आरोपी ने महिला को शादी का झांसा दिया और वह उससे फोन पर बात करने लगा। विश्वास जीतने के बाद उसने महिला से अलग अलग कहानी बना आर्थिक मदद की गुहार लगायी। पीड़िता ने अपनी जमा पूंजी उसके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी। इस तरह उसने पंद्रह लाख रुपए उसे दे दिए। बाद में आरोपी ने न तो उसके साथ शादी ही की और ना ही रुपए लौटाए।
मामले की जांच स्थानीय पुलिस के अलावा साइबर सेल ने शुरु की। पुलिस ने उन बैंक अकाउंट को जांच के दायरे में लिया, जिसमें रकम ट्रांसफर की गई थी। ये अकाउंट कोलकाता, नागालैंड, कनार्टका, नार्थ इर्स्टन स्टेट में खोले गए थे। सभी बैंक अकाउंट भारतीय नागरिक के नाम पर थे। पुलिस ने जांच में पाया ठगी की रकम जालसाज दिल्ली में एटीएम के जरिए निकालते थे। आखिरकार पुलिस ने आरोपियों के बारे में पता लगा उन्हें दबोच लिया। दोनों विदेशी नागरिक लॉरेंस और अलेक्स मूलरुप से नाईजीरिया के रहने वाले हैं।
इन्हाेंने महिला से ठगी के लिए मेट्रिमोनियल वेबसाइट पर फर्जी प्रोफाइल आईडी बना रखी थी। ये खुद को एनआरआई बताते हुए डॉक्टर, इंजीनियर या बिजनेसमैन बताते थे। इनके निशाने पर अविवाहित या विधवा महिला होती थी। आरोपी दीपक दीक्षित स्वाइप मशीन का मालिक है जो आरोपियों को किराए पर स्वाइप के लिए मशीन देता था। उसे रकम ट्रांजेक्शन का दस प्रतिशत शेयर मिलता था।