फरीदाबाद3 घंटे पहले
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नगर निगम ने अभी शुरू नहीं किया कोई अभियान।
शहरवासियों के लिए परेशान करने वाली खबर है। दिवाली से पहले ही शहर की आबोहवा जहरीली होने लगी है। प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का विधानसभा क्षेत्र बल्लभगढ़ शनिवार को देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शुमार हो गया। यहां का एयर क्लालिटी इंडेक्स शाम पांच बजे तक 331 तक पहुंच गया। ऐसे में लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगी। हैरानी की बात ये है कि एक अक्टूबर से ही आबोहवा खराब होनी शुरू हो गयी लेकिन नगर निगम और जिला प्रशासन अभी इस ओर ध्यान ही नहीं दिया।
उद्योगों की चिमनियों से निकाल धुंआ, वाहनों का धुंआ, सड़क पर धूल और जलता हुआ कूड़ा आदि इस क्षेत्र के प्रदूषण को बढ़ाने के मुख्य कारण बताए जा रहे हैं। इसके अलावा शहर में टूटी सड़कों के कारण धूल उड़कर वातावरण में पहुंच रहे हैं। किसी भी सड़क की प्रॉपर सफाई तक नहीं हो पा रही है। यहां तक कि अभी तक नगर निगम व जिला प्रशासन पानी का छिड़काव तक कराना शुरू नहीं िकया है। शहरवासियों का कहना है कि जब दीवाली से पहले शहर का ये हाल है तो उसके बाद क्या होगा, अंदाजा लगाया जा सकता है।
बल्लभगढ़ पहले, भिवाड़ी दूसरे नंबर पर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों पर नजर डालें तो बल्लभगढ़ प्रदूषण के मामले मेें पहले नंबर पर और राजस्थान का भिवाड़ी दूसरे नंंबर पर रहा। बल्लभगढ़ का एक्यूआई 331 तो भिवाड़ी का 263 दर्ज किया गया है। जबकि यमुनानगर 259 के साथ तीसरे नंबर पर रहा।परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का कहना है कि दिल्ली मुंबई बडोदरा एक्सप्रेसवे, एनएच 19 पर पुल बनाने, लघु सचिवालय का निर्माण समेत कई स्थानों पर सीवरलाइनें डाली जा रही है। अन्य कई विकास कार्य चल रहे हैं। इस कारण धूल उड़ रही है। सभी ठेकेदारों को पानी का छिड़काव करके काम करने के आदेश दिए गए हैं। जल्द प्रदूषण पर काबू पा लिया जाएगा।
फरीदाबाद की क्षतिग्रस्त सड़कें और उस पर उड़ती धूल
धूल अधिक होने के कारण बढ़ रहा प्रदूषण
शहर में प्रदूषण स्तर तेजी से बढ़ने का प्रमुख कारण सड़कों पर जमी धूल की सफाई न होना और टूटी सड़कें हैं। क्योंकि वाहन जब टूटी सड़कों से निकलते हैं तो धूल उड़कर वातावरण में फैल जाते हैं। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी स्मिता कनोडिया ने भी माना कि शहर की क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। यही हाल रहे तो आने वाले दिनों में स्थिति और खतरनाक हो सकती है।
न सड़कों की सफाई हो रही न पानी का छिड़काव
औद्योगिक नगरी होने के कारण यहां कई इलाकों में विकास कार्य भी चल रहे हैं। इसके चलते सड़कों पर धूल जमी पड़ी है। जगह जगह निर्माण कार्य भी हो रहे हैं। कहने को तो निगम के पास चार रोड स्विपिंग मशीन है लेकिन प्राॅपर सड़कों की सफाई नहीं हो पा रही है। यहां तक कि पानी छिड़काव करने तक की व्यवस्था नहीं कराई जा सकती है। क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि प्रदूषण को देखते हुए अधिकारियों के साथ बैठक कर विभागों की जवाबदेही तय की जाएगी। नगर निगम के चीफ इंजीनियर रामजीलाल का कहना है कि सभी एक्सईएन को अपने अपने क्षेत्रों मंे प्रदूषण व धूलवाली सड़कों पर पानी का छिड़काव करने के निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
इन शहरों का ये रहा एक्यूआई
शहर एक्यूआई
बल्लभगढ़ 331
फरीदाबाद 206
गुड़गांव 205
गाजियाबाद 238
ग्रेटर नोएडा 222
मानेसर 211