Dadri News : आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम, भारत के भविष्य के कर्णधारों का समागम, तीसरा दिन रहा प्रेरणादायक, महेश शर्मा बोले – "आदिवासी युवा भारत की रीढ़, आत्मनिर्भरता ही भविष्य"

ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। भारत के आदिवासी युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें आत्मनिर्भरता की राह पर अग्रसर करने के उद्देश्य से नेहरू युवा केंद्र संगठन, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नोएडा कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन, धूम मानिकपुर, दादरी में 16वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
आदिवासी युवा देख रहे हैं ‘नया भारत’, सीख रहे आत्मनिर्भरता के गुर
यह सात दिवसीय कार्यक्रम (02 मार्च से 08 मार्च 2025 तक) भारत के विभिन्न हिस्सों से आए आदिवासी युवाओं को राष्ट्र निर्माण, सांस्कृतिक एकता, आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता के मूल मंत्र सिखाने के लिए आयोजित किया गया है। तीसरे दिन (4 मार्च 2025) का शुभारंभ गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा ने किया।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनजातीय कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी और युवाओं को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
महेश शर्मा बोले – “आदिवासी युवा भारत की रीढ़, आत्मनिर्भरता ही भविष्य”
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे डॉ. महेश शर्मा ने कहा—
“आदिवासी समुदाय हमारी संस्कृति और विरासत का अभिन्न हिस्सा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार आदिवासी समाज को सशक्त बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। इस कार्यक्रम के माध्यम से आदिवासी युवा न केवल आधुनिक भारत के विकास मॉडल को समझेंगे बल्कि आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मजबूत कदम भी उठाएंगे।”

उन्होंने युवाओं को प्रधानमंत्री वन धन योजना, एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल योजना, पीएम जनजातीय आजीविका मिशन, राष्ट्रीय जनजातीय छात्रवृत्ति योजना, और स्टैंड-अप इंडिया योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।
नेहरू युवा केंद्र संगठन का संदेश: ‘जनजातीय युवा, भारत की नई ऊर्जा’
कार्यक्रम की शुरुआत में नेहरू युवा केंद्र संगठन, लखनऊ के क्षेत्रीय निदेशक महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी युवाओं को संबोधित किया।
✅ उन्होंने बताया कि सरकार आदिवासी युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष प्रयास कर रही है।
✅ नेहरू युवा केंद्र संगठन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को विस्तार से समझाया।
✅ शिक्षा, रोजगार, उद्यमिता और कौशल विकास के अवसरों पर चर्चा की।
✅ युवाओं को स्टार्टअप इंडिया और डिजिटल इंडिया से जुड़कर स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित किया।
नेहरू युवा केंद्र गौतमबुद्ध नगर की जिला युवा अधिकारी स्निग्धा सिंह ने बताया कि—
“यह कार्यक्रम आदिवासी युवाओं को अपने अधिकारों, संस्कृति और शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए एक बेहतरीन मंच है। यहां वे केवल ज्ञान प्राप्त नहीं करेंगे, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होंगे।”
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन, आदिवासी धरोहर की झलक देख मंत्रमुग्ध हुए दर्शक
तीसरे दिन का एक मुख्य आकर्षण जनपद स्तर के प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम रहे।
🎭 आदिवासी लोकनृत्य, पारंपरिक गीत और संगीत प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
🎶 छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान के आदिवासी समुदायों की कला एवं संस्कृति की झलक देखने को मिली।
🔥 “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की भावना को जीवंत करने वाले नृत्य-नाटकों ने माहौल में ऊर्जा भर दी।
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य अतिथियों ने इन प्रस्तुतियों की भरपूर सराहना की और इसे राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक विविधता का अद्भुत संगम बताया।
नगर पालिका अध्यक्ष गीता पंडित ने दिया युवाओं को सफलता का मंत्र
नगर पालिका दादरी की अध्यक्ष गीता पंडित ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और आदिवासी युवाओं को प्रेरित किया। उन्होंने कहा—
“आदिवासी समुदाय के युवा भारत के भविष्य निर्माता हैं। आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी साकार होगा जब हर युवा अपने कौशल और योग्यता को पहचानकर आगे बढ़ेगा। यह कार्यक्रम आपको अपनी पहचान और क्षमताओं को समझने का एक सुनहरा अवसर देता है।”
अतिथि गणों ने बढ़ाया कार्यक्रम का गौरव
इस अवसर पर कई अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे—
✔️ ज्ञान सिंह रावल, सभासद, नगर पालिका दादरी
✔️ परमानंद कौशिक, मुख्य समाजसेवी
✔️ अन्य क्षेत्रीय सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद्

कार्यक्रम का सफल संचालन परमानंद कौशिक ने किया, जिन्होंने अपनी ऊर्जावान शैली से पूरे आयोजन को विशेष बना दिया।
आदिवासी युवाओं के लिए आगे क्या?
➡️ आने वाले दिनों में युवाओं के लिए विभिन्न कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें उन्हें नेतृत्व विकास, स्वरोजगार, सरकारी योजनाओं, डिजिटल इंडिया, और आत्मनिर्भरता पर जानकारी दी जाएगी।
➡️ उद्योगिक क्षेत्रों और शैक्षणिक संस्थानों का भ्रमण कराया जाएगा, जिससे युवा आधुनिक भारत की तकनीकी और औद्योगिक प्रगति को समझ सकें।
➡️ प्रतिभाशाली युवाओं को विशेष प्रमाणपत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, आदिवासी युवाओं के उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ता कदम
यह आयोजन न केवल आदिवासी युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का मंच है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता को भी मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
नेहरू युवा केंद्र संगठन और भारत सरकार की यह पहल आदिवासी युवाओं के समृद्ध भविष्य की एक नई इबारत लिख रही है।
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