नई दिल्ली6 घंटे पहले
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वेस्ट दिल्ली के राजौरी गार्डन इलाके से अगवा हुए दो साल के बच्चे को पुलिस ने रेस्क्यू करवा लिया। इस केस में एक महिला समेत चार आरोपी पकड़े गए हैं। इनमें एक नाबालिग भी शामिल है। आरोपियों की पहचान तनू, विपिन व मोहम्मद सलमान के तौर पर हुई। इनमें वारदात की मास्टरमाइंड तनू हैं। सभी आरोपी जहांगीरपुर, आजादपुर और आदर्श नगर इलाके के रहने वाले हैं।
डीसीपी वेस्ट डिस्ट्रिक उर्विजा गोयल ने बताया 22 दिसंबर को राजधानी कॉलेज के पास फ्लाईओवर से दो साल से बच्चा अगवा होने की सूचना मिली। इस बाबत राजौरी गार्डन थाने में किडनैपिंग का केस दर्ज किया गया। जांच के दौरान पुलिस ने मौके पर पहुंच सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। एक फुटेज में घटनास्थल के पास बाइक पर दो युवक संदिग्ध हालत में घूमते नजर आए।
टेक्नीकल सर्विलांस और मुखबिर तंत्र की मदद से पुलिस ने एक आरोपी की पहचान कर ली। उसे सब्जीमंडी आजादपुर से पकड़ा गया। इससे हुई पूछताछ में वारदात की साजिश रचने वाली तनू के बारे में चला, जिसके घर रेड कर उसे दबोच लिया। वहीं से बच्चा भी बरामद हो गया। इसके बाद दो अन्य आरोपी भी पकड़ लिए गए।
गोद लेने की कानूनी दस्तावेज नहीं होने से परिवार पीछे हटा
पुलिस की तहकीकात में पता चला आरोपी तनू अवय आईवीएफ हाॅस्पिटल राजौरी गार्डन में एग डॉनर के तौर पर बीते तीन साल से काम करती है। तनू को रुपयों की जरुरत थी। ऐसे में उसने पंजाब के एक परिवार को शकुरपुर के तारा नाम के एजेंट के जरिए लड़का देने की बात कर ली। इसी वजह से उसने अपने सहयोगियों की मदद से दो साल के बच्चे को अगवा किया था। इस काम के बदले उसने प्रति सहयोगी को बीस हजार रुपए देने का वादा किया था। लेकिन कानूनी दस्तावेज नहीं होने की वजह से उस परिवार ने इस बच्चे को गोद लेने से इंकार कर दिया था। ऐसे में अब तनू अपने सहयोगियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार करने की कोशिश में लगी थी। हालांकि ऐसा होने से पहले ही वह पुलिस की गिरफ्त में आ गई।