UP Chunav LIVE: पश्चिम UP में सुबह-सुबह मतदान केंद्रों पर पुरुष-महिला मतदाताओं का हुजूम उमड़ पड़ा.
अब बागपत विधानसभा क्षेत्र के खेकड़ा में बूथ संख्या-245 पर EVM खराब हो गई है. इसके चलते 30 मिनट से मतदान बंद है.
बागपत जनपद में आने वाली विधानसभा की 3 सीटों पर 28 उम्मीदवार मैदान में हैं. 9 लाख 48 हजार मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं.
खराब होने से अनूपशहर में 2:30 घंटे से वोटिंग बाधित
बुलंदशहर के अनूपशहर की बूथ संख्या 421 पर दो बार ईवीएम खराब होने से ढाई घंटे से वोटिंग नहीं हो पा रही है. इसके कारण वोटर्स की लंबी लाइन लग गई है. मतदाताओं में इसको लेकर गुस्सा है.
UP Chunav 2022: सपा के आरोपों पर चुनाव आयोग ने दिया जवाब
समाजवादी पार्टी ने कैराना विधानसभा क्षेत्र में गरीब वोटर्स को डरा-धमका कर वोट देने से रोकने का आरोप लगाया था. चुनाव आयोग ने इसका जवाब देते हुए कहा कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी के स्तर पर इस मामले को देखा जा रहा है.
बुलंदशहर में भी EVM खराब, वोटर्स लौट रहे घर
बुलंदशहर की खुर्जा विधानसभा सीट के खेड़ा गांव में बूथ संख्या 412 पर EVM के खराब होने की सूचना है. इस वजह से 30 मिनट से मतदान प्रक्रिया बाधित है. ईवीएम खराब होने के कारण कई मतदाता वापस घर लौट गए.
मंत्री अनुराग ठाकुर की अपील- घर से निकलें, वोट करें
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ट्वीट के जरिये उत्तर प्रदेश के मतदाताओं से घर से निकलकर वोट करने की अपील की है. उन्होंने कहा, ‘आज (गुरुवार) उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदाताओं से मेरा अनुरोध है कि वे घर से ज़रूर निकलें और वोट जरूर करें. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह चुनाव उत्तर प्रदेश के विकास की गति को बनाए रखने और नवभारत निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. आपका एक-एक वोट अमूल्य है.
अब बागपत विधानसभा क्षेत्र के खेकड़ा में बूथ संख्या-245 पर EVM खराब हो गई है. इसके चलते 30 मिनट से मतदान बंद है.
Phase 1 Polling On Feb 10: सुबह 9 बजे तक सिकंद्राबाद तहसील में सबसे ज्यादा वोटिंग
सुबह 9 बजे तक सबसे ज्यादा सिकंद्राबाद तहसील में मतदान हुआ. यहां कुल 9.56 फीसद लोगों ने मतदान किया. इसके बाद बुलंदशहर तहसील में 7.97 प्रतिशत मतदान रिकॉर्ड किया गया है.
Phase 1 Polling UP Chunav 2022: सपा ने वोटर्स को धमका कर वापस भेजने का लगाया आरोप
समाजवादी पार्टी ने शामली जिले की कैराना-8 विधानसभा सीट के ग्राम डुंडुखेड़ा की बूथ संख्या 347, 348, 349, 350 पर गरीब मतदाताओं को डरा-धमका कर वापस भेजने का आरोप लगाया है. साथ ही चुनाव आयोग से इस पर तत्काल संज्ञान ले कार्रवाई करने की मांग की है.
शामली में उत्तर प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा पत्नी के साथ वोट करने पहुंचे. प्रदेश के मंत्रियों द्वारा वोटिंग करने का सिलसिला लगातार जारी है.
बागपत जनपद में आने वाली विधानसभा की 3 सीटों पर 28 उम्मीदवार मैदान में हैं. 9 लाख 48 हजार मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं.
Phase 1 Polling UP Chunav 2022: यूपी के मंत्री अनिल शर्मा ने डाला वोट
योगी सरकार में मंत्री अनिल शर्मा ने शिकारपुर विधानसभा के सुरजावली बूथ पर वोट डाला. इस दौरान उन्होंने सपा के चुनावी घोषणापत्र को कागज का टुकड़ा बताया.
UP Chunav LIVE: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का मंच पूरी तरह से सज चुका है. चुनाव आयोग से लेकर राजनीतिक दलों तक ने अपने स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली हैं. पहले चरण की वोटिंग के तहत 11 जिलों के 58 विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का भाग्य आज EVM में बंद हो जाएगा. पहले चरण के चुनाव (Uttar Pradesh 1st Phase Assembly Election) के लिए चुनाव आयोग की ओर से तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं, ताकि मतदान प्रक्रिया को निर्बाध और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया जा सके. इसके लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही बड़ी तादाद में चुनाव कर्मचारियों को भी लोकतंत्र के महापर्व में तैनात किया गया है.
राजनीतिक दलों ने भी पहले चरण के चुनाव के लिए जीतोड़ मेहनत की है. पार्टियों के दिग्गज नेता और स्टार प्रचारक लगातार जनता के बीच जाकर अपने उम्मीदवारों के लिए वोट मांगे. जनता को किसने कितना प्रभावित किया, कौन कितना उन्हें अपने पक्ष में करने में कामयाब रहे, यह चुनाव परिणाम ही बताएगा. फिलहाल जनता जनार्दन 58 विधानसभा सीटों से चुनाव मैदान में उतरे दर्जनों प्रत्याशियों का भाग्य EVM में कैद कर देंगे. बता दें कि चुनाव को त्रुटिरहित और शांतिपूर्ण कराने की चुनौती चुनाव आयोग के समक्ष हमेशा होती है. इसे देखते हुए इलेक्शन कमीशन ने कई अहम कदम उठाए हैं.
वोट डालने की अपील
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले चरण के मतदान से पहले प्रदेश के राजनेताओं ने राज्य की जनता से बड़ी तादाद में घरों से निकलकर वोट डालने का आग्रह किया. गौरतलब है कि बड़ी संख्या में वोटिंग एक फलते-फूलते लोकतांत्रिक व्यवस्था की पहली पहचान होती है. इसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग और स्थानीय प्रशासन की ओर से अपने स्तर पर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. इन कार्यक्रमों के जरिये वोटर्स को वोट डालने के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया गया.