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UP News: यूपी में 6 घंटे में नाप सकेंगे 594 किमी की दूरी, इस एक्सप्रेसवे से 518 गावों की होगी मौज, कुंभ मेले से पहले सभी तैयारियां जोरों शोरों से कर रही है

उत्तर प्रदेश में सरकार और CM Yogi का Dream Project एक्सप्रेस वे और सड़कों का जाल बिछा रही है। उत्तर प्रदेश में 36000 करोड रुपए की लागत से नए एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। यह नया एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की 518 गांव को चीरता हुआ निकलेगा।

उत्तर प्रदेश, रफ़्तार टुडे: CM Yogi योगी सरकार कुंभ मेले से पहले सभी तैयारियां जोरों शोरों से कर रही है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में मेरठ में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चालू है। उत्तर प्रदेश में 594 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस वे 12 जिलों के 518 गांवों को चीरता हुआ निकलेगा।

जानकारी के लिए बता दे की गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के मेरठ बुलंदशहर हाईवे पर बिचोली गांव से शुरू होकर प्रयागराज में न 19 पर जाकर जुदापुर दादू गांव के पास तक होगा। इस 594 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे पर खड़खड़ी गांव में 16 लाइन का टोल प्लाजा का कार्य अब अंतिम दौर में पहुंच चुका है।

उत्तर प्रदेश में सरकार और CM Yogi का Dream Project एक्सप्रेस वे और सड़कों का जाल बिछा रही है। उत्तर प्रदेश में 36000 करोड रुपए की लागत से नए एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। यह नया एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की 518 गांव को चीरता हुआ निकलेगा।

एक्सप्रेसवे का 15 किलोमीटर का कार्य जंगल में होना था वह पूरा कर लिया गया है। मौजूदा समय में यह एक्सप्रेस वे 6 लाइन का है लेकिन बाद में इसे 8 लाइन तक चौड़ा भी किया जा सकेगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद मेरठ से लेकर प्रयागराज का सफर मात्र 6 घंटे में तय किया जा सकेगा। इस एक्सप्रेसवे पर वहां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फरता करेंगे।

गंगा एक्सप्रेसवे की सोशल मीडिया से उठाई गई Pic

गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण सिर्फ बारह चरणों में किया जा रहा है। इस परियोजना पर लगभग 36,000 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है। मेरठ के बाद गंगा एक्सप्रेसवे हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ से होकर प्रयागराज पर समाप्त होगा। गंगा एक्सप्रेसवे पर आपातकाल में बड़े फाइटर प्लेन और हेलीकॉप्टर भी उतर सकेंगे। 3.50 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी शाहजहांपुर में बनाई जा रही है। इसके अलावा, गंगा और रामगंगा नदियों पर दो बड़े पुल भी बनाए जा रहे हैं। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बलिया लिंक एक्सप्रेसवे को भी राज्य के अन्य एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा गंगा एक्सप्रेसवे।

मेरठ के खरखौदा के गांव बिजौली से शुरू होने वाली राजमार्ग की मुख्य सड़क का 10 किलोमीटर का हिस्सा भधौला, अटौला और गोविंदपुरी के जंगलों तक बनाया गया है। दस किलोमीटर लंबी दूसरी सड़क का निर्माण अंतिम चरण में है। बिजौली इंटरचेंज भी विकसित होने लगा है, जबकि हिस्से पर गिट्टी डालने का काम चल रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग-334 पर ओवरब्रिज पर पिलर और स्लैप लगाने का काम तेजी से चल रहा है।

गंगा एक्सप्रेसवे की सोशल मीडिया से उठाई गई Pic

यहां आसपास की मिट्टी भर दी गई है, अब उतार चढ़ाव पर मिट्टी डाली जा रही है। अतराड़ा गांव में काली नदी के ऊपर एक बड़ा पुल बनकर तैयार हो गया है, जबकि अटौला गांव में भी एक बड़ा पुल बनाने का काम अंतिम चरण में है। साथ ही, गंगा एक्सप्रेसवे के मध्य में बनाए गए डिवाइडर के बीच में छोटे पौधे लगाने का काम भी शुरू हो गया है।

गंगा एक्सप्रेसवे की सोशल मीडिया से उठाई गई Pic

देश का तीसरा सबसे लंबा गंगा एक्सप्रेसवे

गंगा राजमार्ग (Ganga Highway) भारत का तीसरा सबसे लंबा राजमार्ग बनने वाला है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, जो 1,350 किलोमीटर से अधिक लंबा है, अभी सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन रहा है। मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे, जो 700 किलोमीटर से थोड़ा ज्यादा है, दूसरा सबसे लंबा है। निर्माण संस्था आईआरबी के मुख्य महाप्रबंधक अनूप सिंह ने बताया कि खरखौदा क्षेत्र के गांव खड़खड़ी के जंगल में 16 लेन के टोल प्लाजा का निर्माण अंतिम दौर में है। ग्रीनफील्ड परियोजना इसे समय रहते पूरा करेगी। मेरठ-हापुड़ सेक्टशन का काम 60 प्रतिशत पूरा हो चुका है।

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