Lyod Institute News : लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में वेंडर विकास कार्यक्रम, MSME सेक्टर के उज्ज्वल भविष्य पर मंथन, 400 से अधिक उद्यमियों और छात्रों ने लिया भाग

नई दिल्ली, रफ़्तार टुडे। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में “वेंडर विकास कार्यक्रम” का भव्य आयोजन लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा में किया गया। दो दिवसीय इस कार्यक्रम का उद्देश्य उद्यमियों, उद्योगपतियों और सरकारी संस्थानों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना और नए व्यावसायिक अवसर उपलब्ध कराना था।
वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों की प्रभावशाली उपस्थिति
इस कार्यक्रम में MSME मंत्रालय और औद्योगिक संगठनों के कई वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे—
✔ मुख्य अतिथि: डॉ. राजनीश, आईएएस (अतिरिक्त सचिव एवं विकास आयुक्त, MSME, भारत सरकार)
✔ विशिष्ट अतिथि: सुश्री अश्विनी लाल, आईईएस (अतिरिक्त विकास आयुक्त, MSME, भारत सरकार)
✔ विशेष वक्ता:
▪️ डॉ. आर. के. भारती (संयुक्त निदेशक, MSME विकास संस्थान, ओखला)
▪️ अनिल कुमार (अतिरिक्त विकास आयुक्त, MSME, भारत सरकार)
▪️ सुनील कुमार (सहायक निदेशक, MSME, भारत सरकार)
▪️ जगदीप कुमार राणा (कार्यकारी निदेशक, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड)
▪️ प्रदीप मित्तल (चेयरमैन, इंडियन फाउंड्रीमेन एसोसिएशन)
▪️ सक्षम गर्ग (सचिव, उत्तरी क्षेत्र)
MSME सेक्टर की भूमिका और संभावनाओं पर चर्चा
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. राजनीश ने बताया कि MSME सेक्टर भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने कहा कि—
“भारत की GDP में MSME का योगदान 30%, निर्यात में 45%, और यह 26 करोड़ से अधिक रोजगार प्रदान करता है।”
उन्होंने नवाचार, डिजिटल तकनीक और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में MSME सेक्टर की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
व्यावसायिक अवसर और सरकारी योजनाओं की जानकारी
विशेषज्ञों ने MSME उद्यमियों के लिए व्यावसायिक अवसरों और सरकारी योजनाओं के बारे में बताया—
🔹 डॉ. आर. के. भारती ने GEM (Government e-Marketplace) और सरकारी टेंडरों के माध्यम से व्यापार को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
🔹 अनिल कुमार ने MSME सेक्टर की वित्तीय चुनौतियों पर चर्चा की और सरकारी सहायता योजनाओं की जानकारी दी।
🔹 जगदीप कुमार राणा ने उत्तर प्रदेश में MSME के विकास के लिए नए औद्योगिक मॉडल की जानकारी दी।
🔹 प्रदीप मित्तल ने MSME के दीर्घकालिक विकास की जरूरतों पर जोर दिया।
🔹 सक्षम गर्ग ने भारतीय उत्पादन क्षेत्र में नवाचार और स्थायी विकास पर विचार रखे।
लॉयड इंस्टीट्यूट की प्रभावशाली भागीदारी
इस कार्यक्रम में लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, ग्रेटर नोएडा की भी प्रमुख भागीदारी रही। संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों में शामिल थे—
✔ अध्यक्ष: मनोहर थैरानी
✔ वरिष्ठ निदेशक: प्रोफेसर (डॉ.) राजीव अग्रवाल
✔ डीन (R&D): प्रो. (डॉ.) एस. पी. द्विवेदी
✔ डीन (IQAC): प्रो. (डॉ.) ए. पी. श्रीवास्तव
इसके अलावा, संस्थान के फैकल्टी सदस्य, विभिन्न विभागों के प्रमुख और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम की मुख्य उपलब्धियाँ
✔ MSME मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से सीधा संवाद
✔ उद्योग और सरकारी प्रतिनिधियों के साथ नेटवर्किंग
✔ सरकारी टेंडरों और व्यापारिक अवसरों की जानकारी
✔ लघु और मध्यम उद्यमों के लिए नए अवसरों का सृजन
400 से अधिक उद्यमियों और छात्रों को मिला फायदा
दो दिवसीय इस कार्यक्रम में 400 से अधिक MSME उद्यमियों, व्यापारियों और छात्रों ने भाग लिया और महत्वपूर्ण व्यावसायिक अवसर प्राप्त किए।
MSME मंत्रालय की अनूठी पहल, सरकार और उद्योगों के बीच मजबूत समन्वय
MSME मंत्रालय द्वारा आयोजित यह “वेंडर विकास कार्यक्रम” न केवल व्यापारिक अवसरों को बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुआ, बल्कि उद्योग और सरकार के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने का भी एक सशक्त मंच बना।
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