न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Vikas Kumar
Updated Wed, 15 Dec 2021 09:46 PM IST
सार
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. दिव्येंदु कुमार का कहना है कि कोरोना महामारी को लेकर लोगों के व्यवहार में काफी लापरवाही देखने को मिल रही है। सभी को लगता है कि टीकाकरण कराने के बाद अब स्थिति पहले जैसी हो चुकी है लेकिन ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ते मामले संकेत दे रहे हैं।
बरात (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : अमर उजाला
ओमिक्रॉन वैरिएंट को देखते हुए जहां केंद्र सरकार आगामी सप्ताहों को काफी जोखिम भरा मान रही है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में ओमिक्रॉन के लिए शादियां और देर रात तक चल रहीं पार्टियां सुपर स्प्रैडर बन सकती हैं। हालात ऐसे हैं कि इन जगहों पर न तो मास्क दिखाई दे रहा है और न ही दो गज की दूरी का पालन किया जा रहा है। जबकि एक दिन पहले ही पांच सितारा होटल में एक दूसरे से संपर्क में आने के बाद तीन नए ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मामले भी सामने आए हैं।
इसके बाद भी प्रशासनिक स्तर पर अब तक संज्ञान नहीं लिया गया है। आगामी दिनों में क्रिसमस और न्यू ईयर को लेकर राजधानी के होटल इत्यादि जगहों पर ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी दिनों में दिल्ली के लिए काफी चुनौतियां देखने को मिल सकती हैं।
नई दिल्ली स्थित लोकनायक अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि उनके यहां दो कोरोना संक्रमित मरीज ऐसे हैं जो एक पारिवारिक कार्यक्रम में पहुंचे थे और वहां से संक्रमित होकर लौटे। इसी तरह का एक मामला दिल्ली के द्वारका स्थित प्राइवेट अस्पताल में भी देखने को मिला है। हालांकि यह मरीज अभी संदिग्ध है।
वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. दिव्येंदु कुमार का कहना है कि कोरोना महामारी को लेकर लोगों के व्यवहार में काफी लापरवाही देखने को मिल रही है। सभी को लगता है कि टीकाकरण कराने के बाद अब स्थिति पहले जैसी हो चुकी है लेकिन ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ते मामले संकेत दे रहे हैं। अगर जल्द ही जमीनी स्तर पर सख्ती नहीं बरती गई तो अगले कुछ सप्ताह वाकई जोखिम भरे हो सकते हैं।
पड़ सकती है बूस्टर डोज की जरूरत
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक डॉ. अशोक सेठ ने कहा कि किसी न किसी स्तर पर टीके की बूस्टर खुराक की जरूरत पड़ने वाली है। पश्चिमी देशों से मिले परिणाम से यह स्पष्ट है कि यदि बूस्टर खुराक दी जाती है, तो हम अधिक सुरक्षित हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट भारत के लिए चिंता का विषय है क्योंकि हम घनी आबादी वाले देश हैं। बहुत से लोगों को अभी भी एक भी टीका नहीं लगा है। लोगों का कोविड के प्रति उचित व्यवहार न करना और भी चिंताजनक है।
दिल्ली में मिले ओमिक्रॉन के दो और मामले, अब तक आठ मरीज
दिल्ली में दो और लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले हैं। बुधवार रात जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट में दोनों मरीजों में नए वैरिएंट की पुष्टि हुई है। फिलहाल यह दोनों लोकनायक अस्पताल में भर्ती हैं। पिछले सप्ताह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इन्हें यहां लाया गया था और फिर सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे गए थे। अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि रिपोर्ट मिलने के बाद मरीजों को ओमिक्रॉन वार्ड में शिफ्ट करा दिया है। हालांकि इनकी आधिकारिक जानकारी बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन प्रेस कान्फ्रेंस में देंगे। बहरहाल राजधानी में कुल ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर आठ हो चुकी है।
विस्तार
ओमिक्रॉन वैरिएंट को देखते हुए जहां केंद्र सरकार आगामी सप्ताहों को काफी जोखिम भरा मान रही है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में ओमिक्रॉन के लिए शादियां और देर रात तक चल रहीं पार्टियां सुपर स्प्रैडर बन सकती हैं। हालात ऐसे हैं कि इन जगहों पर न तो मास्क दिखाई दे रहा है और न ही दो गज की दूरी का पालन किया जा रहा है। जबकि एक दिन पहले ही पांच सितारा होटल में एक दूसरे से संपर्क में आने के बाद तीन नए ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मामले भी सामने आए हैं।
इसके बाद भी प्रशासनिक स्तर पर अब तक संज्ञान नहीं लिया गया है। आगामी दिनों में क्रिसमस और न्यू ईयर को लेकर राजधानी के होटल इत्यादि जगहों पर ऑनलाइन बुकिंग भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि आगामी दिनों में दिल्ली के लिए काफी चुनौतियां देखने को मिल सकती हैं।
नई दिल्ली स्थित लोकनायक अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि उनके यहां दो कोरोना संक्रमित मरीज ऐसे हैं जो एक पारिवारिक कार्यक्रम में पहुंचे थे और वहां से संक्रमित होकर लौटे। इसी तरह का एक मामला दिल्ली के द्वारका स्थित प्राइवेट अस्पताल में भी देखने को मिला है। हालांकि यह मरीज अभी संदिग्ध है।
वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. दिव्येंदु कुमार का कहना है कि कोरोना महामारी को लेकर लोगों के व्यवहार में काफी लापरवाही देखने को मिल रही है। सभी को लगता है कि टीकाकरण कराने के बाद अब स्थिति पहले जैसी हो चुकी है लेकिन ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ते मामले संकेत दे रहे हैं। अगर जल्द ही जमीनी स्तर पर सख्ती नहीं बरती गई तो अगले कुछ सप्ताह वाकई जोखिम भरे हो सकते हैं।
पड़ सकती है बूस्टर डोज की जरूरत
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक डॉ. अशोक सेठ ने कहा कि किसी न किसी स्तर पर टीके की बूस्टर खुराक की जरूरत पड़ने वाली है। पश्चिमी देशों से मिले परिणाम से यह स्पष्ट है कि यदि बूस्टर खुराक दी जाती है, तो हम अधिक सुरक्षित हैं। ओमिक्रॉन वैरिएंट भारत के लिए चिंता का विषय है क्योंकि हम घनी आबादी वाले देश हैं। बहुत से लोगों को अभी भी एक भी टीका नहीं लगा है। लोगों का कोविड के प्रति उचित व्यवहार न करना और भी चिंताजनक है।
दिल्ली में मिले ओमिक्रॉन के दो और मामले, अब तक आठ मरीज
दिल्ली में दो और लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित मिले हैं। बुधवार रात जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट में दोनों मरीजों में नए वैरिएंट की पुष्टि हुई है। फिलहाल यह दोनों लोकनायक अस्पताल में भर्ती हैं। पिछले सप्ताह इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कोरोना संक्रमित मिलने के बाद इन्हें यहां लाया गया था और फिर सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे गए थे। अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि रिपोर्ट मिलने के बाद मरीजों को ओमिक्रॉन वार्ड में शिफ्ट करा दिया है। हालांकि इनकी आधिकारिक जानकारी बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन प्रेस कान्फ्रेंस में देंगे। बहरहाल राजधानी में कुल ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर आठ हो चुकी है।
Source link