Film City News : यमुना फिल्म सिटी में बोलेगा बॉलीवुड का एक्शन!, 26 जून को होगा भूमि पूजन, सीएम योगी रह सकते हैं मौजूद, और बॉलीवुड हस्तियों की उपस्थिति तय, फिल्म निर्माण के साथ-साथ पर्यटन और शिक्षा में भी नया अध्याय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बार यह बयान दिया है कि वह उत्तर प्रदेश को फिल्म निर्माण का वैश्विक हब बनाना चाहते हैं। उनके अनुसार यह फिल्म सिटी "उत्तर भारत का हॉलीवुड" साबित होगी और राज्य की अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम देगी।

ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे।
उत्तर प्रदेश अब सिर्फ आध्यात्म और संस्कृति की राजधानी ही नहीं, बल्कि जल्द ही भारतीय सिनेमा की नई शक्ति बनकर उभरने वाला है। जी हाँ, ग्रेटर नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में प्रस्तावित “यमुना इंटरनेशनल फिल्म सिटी” का भूमि पूजन अब 26 जून 2025 को होने जा रहा है। सूत्रों की मानें तो इस ऐतिहासिक मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं मौजूद रह सकते हैं। वहीं बॉलीवुड के कई नामचीन निर्माता-निर्देशक और अभिनेता भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बन सकते हैं।
एक नहीं, तीन चरणों में होगा फिल्म सिटी का विकास, पहले चरण पर खर्च होंगे 1,510 करोड़ रुपये
यमुना फिल्म सिटी का निर्माण कार्य तीन प्रमुख चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में 230 एकड़ भूमि पर अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जिसमें साउंड स्टूडियो, पोस्ट प्रोडक्शन यूनिट, फिल्म इंस्टीट्यूट, एडिटिंग लैब, रनवे, हेलिपैड और चारधाम थीम पर आधारित भव्य फिल्म सेट शामिल हैं।
इस पहले चरण का निर्माण कार्य 18 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है और इसकी अनुमानित लागत ₹1,510 करोड़ रुपये है। इस दौरान लगभग 3 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में निर्माण कार्य होगा। इस क्षेत्र को उत्तर भारत की सबसे आधुनिक फिल्म उत्पादन इकाई के रूप में विकसित किया जाएगा।
Bayview Bhutani Film City Pvt. Ltd. के सहयोग से बन रही है फिल्म सिटी
इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को मूर्त रूप दे रही है फिल्म प्रोड्यूसर बोनी कपूर की कंपनी Bayview Bhutani Film City Pvt. Ltd. प्राधिकरण और निजी निवेशक इस परियोजना को सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल (PPP) पर विकसित कर रहे हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि मुंबई जैसी फिल्मों की नगरी को टक्कर देने वाली एक हाईटेक फिल्म हब नोएडा में स्थापित हो।
प्रशासन का कहना है कि इससे राज्य के फिल्म निर्माताओं, टेक्नीशियनों और कलाकारों को नया मंच मिलेगा, साथ ही स्थानीय स्तर पर हज़ारों लोगों को रोज़गार मिलेगा।
फिल्म निर्माण के साथ-साथ पर्यटन और शिक्षा में भी नया अध्याय
यमुना फिल्म सिटी सिर्फ फिल्म निर्माण का केंद्र नहीं होगी, बल्कि यह क्षेत्र टूरिज़्म, मीडिया एजुकेशन और टेक्नोलॉजी का भी हब बनेगा। प्रस्तावित फिल्म इंस्टीट्यूट में युवा छात्र-छात्राओं को एक्टिंग, फिल्म डायरेक्शन, कैमरा ऑपरेशन, साउंड डिज़ाइन और विजुअल इफेक्ट्स की ट्रेनिंग दी जाएगी।
वहीं दूसरी ओर चारधाम और ऐतिहासिक महलों पर आधारित थीम सेट्स का निर्माण इसे पर्यटन का नया केंद्र बना देगा। लोग इन सेट्स पर घूमने आएंगे, सेल्फी लेंगे और शूटिंग का हिस्सा बन सकेंगे। इससे उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक वैभव को भी वैश्विक मंच पर पहचान मिलेगी।
भूमि अधिग्रहण, मुआवजा और निर्माण में पारदर्शिता का दावा
यमुना प्राधिकरण के अनुसार, फिल्म सिटी परियोजना के लिए जिन किसानों की भूमि ली गई है, उन्हें उचित मुआवज़ा, पुनर्वास और रोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को बेहद पारदर्शी ढंग से पूरा किया गया है और ग्रामीणों को इस परियोजना का भागीदार बनाया गया है।
इसके साथ ही यमुना प्राधिकरण ने निर्माण एजेंसियों को निर्देशित किया है कि फिल्म सिटी का काम तय समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।
जेवर एयरपोर्ट से नज़दीकी और यमुना एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी देगी ग्लोबल बढ़त
ग्रेटर नोएडा में फिल्म सिटी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) के करीब है और यमुना एक्सप्रेसवे से सीधे जुड़ी हुई है। इससे विदेशी कलाकार, निर्माता और तकनीकी टीम को आने-जाने में आसानी होगी। यह ग्लोबल फिल्म कंपनियों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आकर्षित करेगा।
इस क्षेत्र को विशेष रूप से “फिल्म, मीडिया और एंटरटेनमेंट ज़ोन” के रूप में चिह्नित किया गया है ताकि इससे जुड़े स्टार्टअप्स और कंपनियां भी यहाँ अपने ऑफिस और स्टूडियो खोल सकें।
छात्रों, कलाकारों और स्टार्टअप्स को मिलेगा एक नया प्लेटफॉर्म
युवाओं के लिए यह फिल्म सिटी करियर के नए अवसरों के द्वार खोलेगी। यहाँ बनने वाले फिल्म इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेकर छात्र अपनी प्रतिभा को तराश सकेंगे। साथ ही, एनीमेशन, गेमिंग और वीएफएक्स से जुड़े स्टार्टअप्स को भी इस फिल्म सिटी में कार्यालय और तकनीकी सपोर्ट मिलेगा।
राज्य सरकार का दावा है कि इससे उत्तर भारत में एक नया क्रिएटिव इकोसिस्टम तैयार होगा, जो आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश को कला और संस्कृति के क्षेत्र में अग्रणी बनाएगा।
मुख्यमंत्री की फिल्म नगरी को लेकर दूरदृष्टि: ‘उत्तर भारत का हॉलीवुड बनेगा यूपी’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बार यह बयान दिया है कि वह उत्तर प्रदेश को फिल्म निर्माण का वैश्विक हब बनाना चाहते हैं। उनके अनुसार यह फिल्म सिटी “उत्तर भारत का हॉलीवुड” साबित होगी और राज्य की अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम देगी।
उनके विजन के तहत पहले से ही UP फिल्म नीति 2023 लागू की गई है, जिसमें निवेशकों को टैक्स छूट, अनुदान और शूटिंग परमिशन में प्राथमिकता दी जा रही है।
क्या होगा 26 जून को भूमि पूजन कार्यक्रम में खास?
सूत्रों के अनुसार, भूमि पूजन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, फिल्म निर्माता बोनी कपूर, कुछ प्रमुख बॉलीवुड अभिनेता, राज्य के वरिष्ठ मंत्री और यमुना प्राधिकरण के अधिकारी मौजूद रहेंगे।
यह समारोह न सिर्फ एक उद्घाटन होगा, बल्कि उत्तर प्रदेश में फिल्म क्रांति की शुरुआत का प्रतीक भी होगा। एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम, फिल्म स्क्रीनिंग और विशेष मीडिया ब्रीफिंग की भी योजना है।
निष्कर्ष: एक भूमि पूजन, जो बदल देगा यूपी का फिल्म भविष्य
यमुना फिल्म सिटी का भूमि पूजन केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह उत्तर प्रदेश की रचनात्मक संभावनाओं को नये पंख देने वाला दिन साबित होगा। इससे न केवल नौजवानों को दिशा मिलेगी, बल्कि राज्य को एक नया पहचान भी मिलेगी — भारत के सिनेमा हब के रूप में।
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