Yamuna Expressway Authority एरिया में 1 हजार एकड़ में बसेगी जापानी सिटी, फ्री में बिजली समेत सरकार देगी फायदे !

जेवर, रफ़्तार टुडे। यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में जापानी सिटी के बसाने का प्रस्ताव एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारत और जापान के बीच व्यापार और निवेश के क्षेत्र में समझौतों को मजबूती देगा। यह प्रस्ताव यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा स्वागतित किया गया है, जिसमें जापान की कंपनियाँ एक हजार एकड़ क्षेत्र में ₹15,000 करोड़ से अधिक का निवेश करने के इरादे से हैं।

इस 1,000 एकड़ क्षेत्र का उपयोग विभिन्न उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में किया जाएगा जैसे कि सेमीकंडक्टर, एआई, ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी, सोलर इनर्जी, और ऑटोमोबाइल सेक्टर में। इसके साथ ही, मेडिकल डिवाइस और इलेक्ट्रॉनिक्स संबंधी कंपनियों को भी यहां अपने प्रोजेक्ट्स की शुरुआत करने का अवसर मिलेगा।
जापानी संगठन जेट्रो (जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन) ने इस प्रस्ताव के बारे में यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र के समानांतर भूभाग में स्थानीय प्राधिकरण यीडा के साथ समझौता किया है। इसके माध्यम से, क्षेत्र का आर्थिक और औद्योगिक विकास सुनिश्चित होने की उम्मीद है, जो कि उद्योगों के विस्तार और रोजगार के अवसरों में सुधार करेगा।
यह विशाल क्षेत्र विभिन्न उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के लिए समर्पित होगा, जिनमें सेमीकंडक्टर, एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी, सोलर एनर्जी, और ऑटोमोबाइल सेक्टर शामिल हैं। इसके अलावा, मेडिकल डिवाइस और इलेक्ट्रॉनिक्स संबंधी कंपनियों को भी यहां अपने प्रोजेक्ट्स शुरू करने का मौका मिलेगा।
इस परियोजना से उद्योगों का विस्तार और रोजगार के अवसरों में सुधार होगा, जो क्षेत्र के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा। साथ ही, सरकार की ओर से फ्री में बिजली समेत अन्य लाभ भी दिए जाएंगे, जिससे निवेशकों को आकर्षित किया जा सके।
जापानी सिटी में निवेश करने वाले व्यवसायों को विशेष लाभ प्रदान किए जाएंगे, जिनमें सरकार की ओर से बिजली की नि:शुल्क आपूर्ति, उन्नत और आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास, और टैक्स में छूट जैसे प्रोत्साहन शामिल हैं।

इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले पेशेवरों के लिए भी नए रास्ते खुलेंगे। जापानी सिटी का निर्माण स्थानीय समुदाय के विकास में भी सहायक होगा। शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुविधाओं में सुधार के लिए भी निवेश किया जाएगा, जिससे समग्र क्षेत्र का विकास होगा।
सरकार इस परियोजना के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और विभिन्न नीतिगत समर्थन प्रदान कर रही है। यीडा के अधिकारी नियमित रूप से जापानी निवेशकों के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं ताकि इस परियोजना को सफल बनाया जा सके।
यह प्रस्ताव न केवल भारत और जापान के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र को एक प्रमुख औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने में भी सहायक होगा। इस महत्वपूर्ण कदम से दोनों देशों के बीच सहयोग और विकास की नई राहें खुलेंगी।