ग्रेटर नोएडा के दादरी के आतंक का पर्याय बन चुके कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना व योगेश डाबरा बदमाश ने मिलाया हाथ, गवाहों को जान का खतरा
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। रणदीप भाटी गिरोह के शार्प शूटर योगेश डाबरा ने ज्ञात अनिल दुजाना से हाथ मिला लिया है। दोनों के करीबी इन दिनों बढ़ गई है। सूत्रों का दावा है कि योगेश ने जेल में रहते हुए कई बार अनिल दुजाना से लंबी बात की दोनों दिल्ली के मंडोली जेल नंबर 11 में बंद रहे थे।
कुख्यात अनिल दुजाना बाहर आ गया है। योगेश अभी जेल में है। दोनों कुख्यात के हाथ मिला लेने से गवाहों को जान की चिंता सता रही है। योगेश डाबरा ने रणदीप भाटी संग मिलकर 2013 में सपा नेता चमन भाटी की हत्या की थी। मामले में चमन का भाई कमल भाटी भांजा संदीप व संगीता गवाह है। उनको 5 सरकारी गनर मिले हैं।
गैंगस्टर अनिल दुजाना की बहार आने पर योगेश के सक्रिय होने से गवाहों ने पुलिस अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है। सूत्रों का दावा है कि रणदीप गैंग के बदमाशों ने योगेश के ट्रांसपोर्ट के ठेके को जबरन हत्या लिया था। इसके बाद योगेश डाबरा उसके खिलाफ हो गया था। जगदीप के इशारे पर ही योगेश ने सुंदर समेत कई अन्य बदमाशों पर हमला किया था रणदीप व योगेश डाबरा अब एक-दूसरे खिलाफ हो गए हैं।
योगेश डाबरा पुलिस टीम पर भी गोली चलाने से परहेज नहीं करता है। जून 2019 में बागपत जिले के गांव घीटोरी में शरण लिए हुए योगेश डाबरा को 2 कॉन्स्टेबल दबोच लिया था पर कुछ लोगों की दोनों कॉन्स्टेबल की पकड़ से बदमाश छुड़ा ले गए थे बदमाश की दो पिस्टल गिर गई थी। योगेश डाबरा पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करते हुए फरार हो गया था।