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The shop was promised to give 12 crores by cheating 30 investors, Delhi Police arrested the director couple of the company in the case | दुकान देने का किया था वादा, 30 निवेशकों से धोखा कर ऐंठे 12 करोड़, दिल्ली पुलिस ने मामले में कंपनी के डायरेक्टर दंपति को किया गिरफ्तार

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नई दिल्ली3 घंटे पहले

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दुकान देने के नाम पर तीस लोगों से बारह करोड़ की ठगी में एक दंपति को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान डॉ. विजय कांत दीक्षित और रीटा दीक्षित के तौर पर हुई। ये ग्रेटर नोएडा यूपी के रहने वाले हैं।

आर्थिक अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आरके सिंह ने बताया धीरेन्द्र नाथ व अन्य लोगों ने एमएस जेसी वर्ल्ड हॉस्पिटैलटी प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर डॉ विजय कांत दीक्षित और रीटा दीक्षित के खिलाफ शिकायत दी थी। जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया उसने जेसी वर्ल्ड मॉल नाम के प्रोजेक्ट में दो दुकान बुक की थीं।

आरोपियों ने न तो उन्हें दुकान ही दी और ना ही रकम वापस की
यह प्रोजेक्ट साल 2014 में लांच हुआ जिसके तहत जेपी ग्रीन्स विश टाउन सेक्टर 128 नोएडा में दुकानें दी जानी थीं। इस बाबत उनकी ओर से पौने दो करोड़ से ज्यादा की रकम आरोपी की कंपनी को कई किस्तों में दी गई। आवंटित पत्र की तारीख के तीस महीने के भीतर दुकानों का कब्जा दिए जाने की बात कही गई थी। हालांकि, उस जगह पर बीते अठारह महीने से कोई काम ही नहीं हो रहा था।
उनकी ओर से कंपनी के डायरेक्टर्स से कई मीटिंग की गई लेकिन वे केवल झूठा दिलासा ही देते रहे। बाद में पता चला कि उनके साथ अन्य कई लोग भी धोखे का शिकार हुए हैं। क्योंकि आरोपियों ने न तो उन्हें दुकान ही दी और ना ही रकम वापस की। इस तरह तीस से ज्यादा पीड़ित लोगों से करीब बारह करोड़ की रकम ऐंठ ली गई। पिछले साल आर्थिक अपराध शाखा ने शुरुआती जांच के बाद केस में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया।

आरोपी की कंपनी ने यह प्रोजेक्ट साल 2014 में लांच किया था
जांच के दौरान पुलिस को पता चला आरोपी की कंपनी ने यह प्रोजेक्ट साल 2014 में लांच किया था, जिसके तहत बुकिंग के तीस महीने के भीतर निवेशकों को दुकानें देने का वादा किया गया था। पुलिस को यह भी जानकारी मिली आरोपी कंपनी ने साल 2015 में बिल्डिंग प्लान के अप्रूवल के लिए आवेदन किया था। इसे कुछ आपति लगा वापस कर दिया गया था। साथ ही कुछ दस्तावेज भी जमा कराने के लिए कहा गया था। बाद में आरोपी कंपनी ने औपचारिकता पूरी नहीं की, इस वजह से बिल्डिंग प्लान के अप्रूवल के आवेदन को खारिज कर दिया गया। आखिरकार, इस केस में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उन्हें पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पुलिस ने दाे दिन के रिमांड पर ले लिया।

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