समस्याओं का शहर ग्रेटर नोएडा वेस्ट: आस्था ग्रीन्स सोसायटी में बिल्डर के खिलाफ बगावत, निवासियों ने किया हंगामा
ग्रेटर नोएडा वेस्ट, रफ़्तार टुडे। सेक्टर-4 की आस्था ग्रीन्स सोसायटी में निवासियों ने बिल्डर की विभाजनकारी नीतियों और अपर्याप्त बुनियादी सुविधाओं के विरोध में आवाज़ उठाई है। सोसायटी के निवासियों ने लंबित आवासीय सोसायटी-सह-सेल प्रमाणपत्र, रजिस्ट्री और रखरखाव के मुद्दों पर बिल्डर को घेरा और प्रदर्शन किया। निवासियों ने बिल्डर से समस्याओं का तत्काल समाधान करने की मांग की है, नहीं तो वे और बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
फूट डालो और राज करो’
प्रदर्शनकारी निवासियों का आरोप है कि बिल्डर ‘फूट डालो और राज करो’ की कुचक्र नीति अपना रहा है। पिछले सप्ताह के विरोध प्रदर्शन के बाद बिल्डर ने केवल टॉवर-2 के निवासियों से बैठक की, जबकि सभी टावरों के निवासी शामिल थे। इस बैठक में भी बिल्डर दीपक जैन ने निवासियों को आवासीय सोसायटी-सह-सेल प्रमाणपत्र के संबंध में गलत जानकारी दी। निवासियों का कहना है कि पिछले साल भी बिल्डर से मुलाकात के बाद उन्हें आश्वासन दिया गया था, लेकिन बाद में पता चला कि यह केवल उन्हें धोखा देने की साजिश थी।
सोसायटी में रखरखाव से जुड़ी कई समस्याएं
आस्था ग्रीन्स सोसायटी के एक निवासी ने कहा, “हमें फ्लैट का कब्जा मिले काफी समय हो गया लेकिन अब तक आवासीय सोसायटी प्रमाणपत्र नहीं मिला, इसलिए रजिस्ट्री रुकी पड़ी है। बिल्डर हर महीने नई समय-सीमा बताता है। इसके अलावा सोसायटी में रखरखाव से जुड़ी कई समस्याएं हैं। सोसायटी में गेस्ट पार्किंग नहीं है और बिल्डर ग्रीन बेल्ट को पार्किंग में बदलना चाहता है, जिसका निवासी विरोध कर रहे हैं। डीजल जनरेटर बैकअप का शुल्क भी आसपास के क्षेत्रों की तुलना में अधिक है। क्लब हाउस, जिम, स्विमिंग पूल और पार्क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी अधूरी हैं।”