लखनऊ, रफ्तार टुडे । उत्तर प्रदेश के नवयुक्त मुख्यमंत्री ने शपथ लेने से पहले उन्होंने घोषणा की है कि वह जनता के पैसे को बर्बाद नहीं होने देंगे, ना तो वह मर्सिडीज़ लेंगे और ना किस तरह का कोई खर्चा करेंगे, योगी जी के इस फैसले से यूपी में बवाल मच गया है।
गौरतलब है कि जितने भी मुख्यमंत्री बने हैं उन्होंने नई नई कार ली है, नए बंगले खरीदे हैं।अखिलेश यादव, मायावती, मुलायम जितने भी मुख्यमंत्री बने हैं उन्होंने दो दो नयी गाड़ी ली है। अखिलेश ने तो दो दो mercedes-benz ब्रांड न्यू खरीदी थी, मायावती ने भी टोयोटा की रेंज रोवर ली थी उसके बाद वह शपथ लेने गए। सूत्रों की माने तो अधिकारियों की फाइल उन्होंने यह कह कर टाल दिया कि मुझे नहीं चाहिए कोई नई गाड़ी, इस तरह उन्होंने फैसले लेकर अपने आप को दूसरे से अलग मुख्यमंत्री बना दिया।
मुख्यमंत्री योगी ने एक बयान ने बबाल मचा दिया कि उन्हें अखिलेश की ली हुई गाड़ी में शपथ लेने में कोई दिक्कत नहीं है, ऐसी परंपरा मैं नहीं मानता।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इससे पहले भी इस तरह के फ़ैसले लिए हैं पिछली गवर्नमेंट में राज्य की संपत्ति विभाग को नई कार खरीदनी थी लेकिन उन्होंने फॉर्च्यूनर को इनोवा में तब्दील कर दिया, इस तरह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने फैसलों के लिए भी माने जाते हैं।
ऐसे ही फैसला और निर्णय योगी ने मुलायम सिंह के लिए भी लिया अखिलेश ने दो मर्सिडीज खरीदी थी उन्होंने एक मर्सिडीज़ अपने लिए और एक मर्सिडीज मुलायम सिंह के लिए खरीदी जब चुनाव हार गए तो अखिलेश ने लौटा दी लेकिन मुलायम सिंह नहीं लौटा पाए अधिकारियों ने कहा कि माननीय मुलायम से की राज्य संपत्ति विभाग से अपनी गाड़ी लौटा दीजिए, लेकिन योगी ने मना कर दिया कि मुलायम सिंह हमारे बुजुर्ग नेता हैं और उनकी उम्र भी हो रही है वह खुद लौट आए तो ले लेना, वरना मत लेना, इस तरह फैसलों से उनकी तारीफ हो रही है।
ऐसा ही फैसला मुख्यमंत्री ने 5 कालिदास मार्ग पर लिया उन्होंने जितने भी AC थे वो सब हटवा दिए, छोड़े वह भी एक जनता के लिए और एक गेस्ट के लिए, इस फैसले से पूरे यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फैसले लेने पर उनकी फैसले लेने पर उनकी सराहना हो रही थी।