रफ़्तार टुडे, दिल्ली। बिहार के सासाराम में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां नासरीगंज में सोन नहर पर बना लोहे का पुल गायब हो गया। हैरान करने वाली बात ये है कि करीब साठ फीट लंबे, दस फीट चौड़े और बारह फीट ऊंचे पुल को दिन दहाड़े उखाड़ कर इसके मलबे को पिकअप से लाद कर ले जाया गया लेकिन विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी।
जेसीबी से उखाड़ा गया पुराना पुल
जानकारी के अनुसार सोन नहर अवर प्रमंडल, नासरीगंज में अमियावर गांव के पास आरा मुख्य नहर पर स्थित कंक्रीट के पुल के समानांतर और इससे 25 फीट की दूरी पर कई दशक पुराना एक पुल था। ग्रामीणों के अनुसार, पहले भी पुल से निकले लोहे को कुछ लोग कई बार पिकअप वैन पर लादकर ले गए थे। वे कौन थे और लोहे को कहां ले गए, इसकी किसी को जानकारी नहीं है। सोमवार को जेसीबी से जब पुल उखाड़ा जा रहा था तो ग्रामीणों ने उनसे पूछा कि किसके आदेश पर यह हो रहा है। उनलोगों ने खुद को सिंचाई विभाग का कर्मी बताया। ग्रामीणों की मानें तो अबतक पुल से कुल 20 टन से अधिक लोहा निकला होगा।
1972 के आसपास यह पुल बनाया गया था
रोहतास जिले के नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर में आरा कैनाल नहर पर 1972 के आसपास यह पुल बनाया गया था. लोहे के इस पुल पर आवाजाही कम हो रही थी. पिछले दिनों विभागीय अधिकारी बन कर कुछ लोग जेसीबी, पिकअप वैन, गैस कटर तथा गाड़ियां लेकर पहुंचे थे. इन लोगों ने पूरे 3 दिनों तक यहां पुल को काटने का काम किया. फिर पूरा पुल ही गायब कर दिया. इस दौरान न तो स्थानीय थाने से कोई पूछने आया ना ही सिंचाई विभाग के अधिकारी ही यहां झांकने आये. चोरों ने विभाग के स्थानीय कर्मियों की भी मदद ली और उनकी मौजूदगी में ही पूरा का पूरा पुल चुरा लिया.