मैंने मायावती को मुख्यमंत्री का प्रपोजल बोल दिया, लेकिन बीजेपी के डर (ईडी व इनकम टैक्स) से मायावती ने कोई रिप्लाई नहीं किया – राहुल गांधी
देश ने मुझे प्यार ही नहीं दिया जूते भी मारे लेकिन मैं प्रेमी की तरह भारत को समझना चाहता हूं
दिल्ली, रफ्तार टुडे । कांग्रेस के नेता राहुल गांधी एक एक बयान में यूपी की राजनीति में भूचाल मचा दिया है उन्होंने कहा कि मैंने खुद मायावती को फोन किया था और उनसे कहा था की हम आपको मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं हम से गठजोड़ कर लो लेकिन मायावती ने कोई रिस्पांस नहीं दिया मुझे लगता है कि बीजेपी का डर, ईडी इनकम टैक्स का डर सुश्री मायावती के इसीलिए उन्होंने हमें रिस्पॉन्स नहीं किया।
राहुल गांधी ने दूसरा बयान दिया उनका कहना है कि देश ने उन्हें जूते मारे हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि देश ने उन्हें सिखाने के लिए उन्हें जोरों से मारा और हिंसा तक की। राहुल ने यह भी कहा कि भारत उनके लिए एक प्रेमिका जैसी है जिसे वो एक प्रेमी की तरह प्यार करते हैं और उसे समझने की कोशिश करते हैं। राहुल ने एक पुस्तक विमोचन समारोह में दावा किया कि उन्हें आज भई सत्ता से दूर-दूर तक कोई मोह नहीं है। केरल के वायनाड से सांसद ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग सुबह से लेकर रात यही सोचते रहते हैं कि सत्ता कैसे मिलेगी।
राहुल गांधी ने द दलित ट्रूथ: द बैटल्स फॉर रियलाइजिंग आंबेडकर्स विजन नामक पुस्तक के विमोचन समारोह में कहा, ‘देश ने सिर्फ मुझे प्यार नहीं दिया, देश ने मुझे जूते भी मारे। नहीं, आप समझ नहीं सकते। कितने जोरों से, कितनी हिंसा से इस देश ने मुझे मारा है, पीटा है। तो मैंने सोचा कि हो क्यों रहा है और जवाब मिला- देश मुझे सिखाना चाहता है। देश मुझे कह रहा है कि तुम सीखो, तुम समझो। दर्द हो तो कुछ नहीं, सीखो और समझो।
राहुल गांधी ने कहा,’मैं अपने देश को उसी तरह समझने की कोशिश करता हूं, जैसे एक प्रेमी जिससे प्रेम करता है, उसे समझना चाहता है।’ उन्होंने अपनी चुनावी सफलताओं और विफलताओं की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘मेरे देश ने जो मुझे प्यार दिया है, वो मेरे ऊपर कर्ज है। इसलिए मैं सोचता रहता हूं कि इस कर्ज को कैसे उतारूं। देश ने मुझे सबक भी सिखाया है… देश मुझे कह रहा है कि तुम सीखो और समझो।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे देश ने बिना कोई कारण मुझे इतना प्यार दिया। यह देश का कर्ज है मेरे ऊपर इसलिए मैं देश को लगातार समझने की कोशिश में जुटा हूं। हालांकि देश ने मुझे बहुत जूते भी मारे, मुझे दर्द भी हुआ पर मैं जानता हूं विदेश मुझे सिखाना चाहता है इसलिए मैं देश को समझने की कोशिश करता हूं।’