सूरजपुर में कोविड-19 महामारी के बाद इस बार 14 अप्रैल-2022 से शुरू होने जा रहे प्राचीनकालीन बाराही मेला-2022 के लिए सुरक्षा इंतजामात चाक चौबंद इंतजाम
सूरजपुर रफ्तार टुडे । बाराही मेला-2022 की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बैठक थाना पुलिस ने बाराही मेला समिति के पदाधिकारियों के साथ बाराही मेला प्रांगण में की और माकूल सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की बात कही । मेला समिति के महसचिव ओमवीर बैंसला ने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से मेला स्थल को कई सेक्टरों में बांटा गया है। असामाजिक तत्व गड़बड़ी न करे, इसके लिए मेला में जगह.जगह पुलिस मौजूद रहेगी
उन्होंने कहा कि प्राचीनकालीन बाराही मेला जनपद का एक बडा मेला है।मेले में रोजाना लाखों श्रद्धालूओं का आवागन होता है। जिससे मेला स्थल व रास्ते में अत्याधिक भीड भाड होती है। सुरक्षा के लिहाज से मेला समिति द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस बार भी दर्जनों की संख्या में वॉल्येंटरों की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही ऐहतियात के तौर पर मेले को सुरक्षित माहौल में संपन्न कराने के लिए शिव मंदिर मेला समिति द्वारा थाना पुलिस के साथ बैठक के दौरान में मांग की गई है कि पुलिस सुरक्षा दस्ते में कम से कम 50 सिपाही,20 हैड कांस्टेबल, 10 पुलिस उपनिरीक्षक,4 घुडसवार पुलिस और 10 ट्रेफिक पुलिस तथा 1 कंपनी पीएसी लगाई जावे।
शिव मंदिर मेला समिति के कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंघल ने कहा कि बाराही मेले में आने वाले दर्शकों के लिए पार्किंग की व्यवस्था पूर्व भांति की गई है, जहां लोग अपने वाहन पार्क कर मेले का लुत्फ उठा सकते हैं। इसके साथ ही बाराही मेले में प्रवेश के लिए दो मुख्य प्रवेश द्वार हैं। जिनमें एक कसबे के अंदर से आता है।
नोएडा दादरी रोड से बर्फ खाना के पास से प्रवेश कर मेला स्थल तक पहुंचा जा सकता है। जब कि दूसरा प्रवेश
द्वार सूरजपुर पुलिस चौकी और देवला के बीच नोएडा दादरी रोड पर हैं, जहां से लोग अपने वाहनों द्वारा पार्किंग स्थल पर पहुंच कर मेला स्थल पर प्रवेश पा सकते हैं। इसके साथ ही किसी भी तरह की समस्या होने पर मेला समिति अथवा वॉल्येंटरों से संपर्क किया जा सकता है।
इस बैठक में सूरजपुर कोतवाल, एसएसआई और सूरजपुर चौकी प्रभारी और वहीं शिव मंदिर मेला समिति के संरक्षक श्रीचंद भाटी, अध्यक्ष चौधरी धर्मपाल भाटी प्रधान, महासचिव ओमवीर बैंसला, व्यवस्थापक रवि भाटी, मीडिया प्रभारी मूलचंद शर्मा, सहमीडिया प्रभारी राजवीर शर्मा और लीलू भगतजी और सदस्यों में विनोद पंडित तेल वाले, महाराज सिंह आदि पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।