नोएडा में बिना मान्यता वाले स्कूलों पर चला प्रशासन का डंडा, बीएसए ने तीन स्कूलों पर लगाया ताला,बिना मान्यता के संचालित हो रहे स्कूलों पर गिरी गाज
ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। जिले में कई वर्षों से बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर बुधवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ऐश्वर्या लक्ष्मी का डंडा चला। सूरजपुर स्थित स्कूलों के औचक निरीक्षण में बीएसए को तीन स्कूल बिना मान्यता के संचालित मिले। कक्षा 8 की मान्यता लेकर महर्षि दयानंद आदर्श विद्यालय नौवीं और 10 वीं की कक्षाएं संचालित कर रहा था। वहीं, प्रिंस मॉडर्न पब्लिक स्कूल और एसएम पब्लिक स्कूल के संचालक मान्यता के कागज ही नहीं दिखा पाए।
ये स्कूल बिना मान्यता के संचालित हो रहे थे।बीएसए ने तत्काल स्कूलों को बंद कराया है। स्कूल संचालकों को सख्त हिदायत दी गई है कि यदि दोबारा इन्हें खोला गया तो एक लाख रुपये जुर्माना लगेगा और स्कूल के प्रबंधन के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई जाएगी। बता दें जिले में बड़ी संख्या में बिना मान्यता के स्कूल चल रहे हैं।
कई बार कार्रवाई के बाद भी विभागीय लापरवाही के कारण यह स्कूल दोबारा खुल जाते हैं।बीएसए के निरीक्षण में बिना मान्यता के संचालित स्कूल मिल रहे है। बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारी को बिना मान्यता के संचालित स्कूलों को सूची बीएसए कार्यालय को भेजने के निर्देश दिए है।
सबसे अधिक बिसरख विकासखंड में बिना मान्यता के स्कूल संचालित मिल रहे हैं ।जिले के चारों ब्लाक बिसरख,दादरी,दनकौर और जेवर में करीब 250 से अधिक स्कूल बिना मान्यता के चल रहे हैं। इनमें 60 फीसदी स्कूल नोएडा क्षेत्र में हैं जिनमें नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक बच्चे पढ़ते हैं।
कुछ स्कूल तो आठवीं की मान्यता पर 10वीं से 12वीं तक की पढ़ाई करा रहे हैं इस बारे में ऐश्वर्या लक्ष्मी,बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि बिना मान्यता प्राप्त तीन स्कूलों को बंद कराया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी को भी स्कूलों के निरीक्षण करने के आदेश दिए गए है।