दिल्ली और जेवर एयरपोर्ट की दूरी होगी कम, पलवल, नूंह, सोहना को लाभ, जानें इंटरचेंज कनेक्टिविटी के फायदे
दिल्ली,रफ्तार टुडे। पलवल के मंडकौला में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के लिए इंटरचेंज का रास्ता साफ होने की खबर पर मुहर लग गई है। इसके बनने से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (DME), कुंडली-मानेसर पलवल एक्सप्रेसवे (KMP) और फरीदाबाद के कैल गांव से मंडकौला तक दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का लिंक रोड कनेक्ट हो जाएगा। एनबीटी ने 22 जनवरी को कनेक्टिविटी को लेकर जिस ड्राफ्ट के बारे में लिखा था, उसे ही मंजूरी दी गई है। इसके बनने से पलवल, नूंह और सोहना के विकास को पंख लगेंगे और गुड़गांव व फरीदाबाद के लोगों को भी फायदा होगा।
इंटरचेंज कनेक्टिविटी से इंदिरा गांधी हवाई अड्डा और जेवर एयरपोर्ट की दूरी कम हो जाएगी। दोनों एयरपोर्ट का रास्ता मंडकौला से एक घंटे में पूरा किया जा सकेगा। आर्बिटल रेल का सिलौनी प्रस्तावित जंक्शन के बाद देश का यह पहला इंटरचेंज होगा, जहां से रेल, सड़क और हवाई मार्ग लिंक होगा।
अरावली पर्वत मालाओं में बनाई जाने वाली टूरिज्म सफारी के दर्शकों को भी यह इंटरचेंज सहूलियत देगा। पलवल-नूंह और पलवल सोहना रोड़ को लिंक करने वाले मंडकौला सिलौनी रोड को KMP अंडरपास से कनेक्टिविटी को मंजूरी प्रदान करने से मंडकौला और इसके आसपास के करीब 100 गांवों को ही नहीं बल्कि पलवल इंडिस्ट्रियल एरिया और फरीदाबाद, गुड़गांव, नोएडा के साथ पलवल व नूंह जिले को भी सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। सबसे फायदा पलवल और नूंह जिले को होगा। मंडकौला के 5 किलोमीटर के दायरे में जमीन की कीमतों में बूम आ सकता है।
नोएडा जाना आसान
मंडकौला कनेक्टिविटी के बाद फरीदाबाद और नोएडा जाना आसान हो जाएगा। मंडकौला से लिंक रोड़ के जरिए 10 मिनट में कैल गांव और 20 मिनट में नोएड़ा में एंट्री हो जाएगी। फरीदाबाद से मंडकौला, हथीन और नूंह का रास्ता 30 मिनट में पार हो जाएगा। रिश्तेदारियों में आने-जाने वालों को पलवल नहीं जाना पड़ेगा। गुडगांव आने-जाने के लिए सोहना जाना नहीं पड़ेगा। मंडकौला से सीधा DME के रास्ते 15 मिनट में गुड़गांव पहुंचा जा सकेगा। इसी प्रकार गुड़गांव से मंडकौला, हथीन, नूंह या पलवल का सफर आसान हो जाएगा। नूंह से फरीदाबाद जाने के लिए इंटरचेंज से लिंक रोड के रास्ते 20 मिनट में पहुंचा जा सकता है।