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गलगोटिया विश्वविद्यालय मे ‘अनहद: एक अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2.0’

ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। गलगोटिया विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग ने एनएसएस के सहयोग से 10 और 11 अप्रैल, 2023 को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव ‘अनहद 2.0’ का किया आयोजन। अनहद में 80 से ज़्यादा फिल्में दिखाई गईं। जिनमें फ्रांस और भूटान की फिल्में भी विशेष रूप से शामिल थीं। इस अवसर पर ‘माय नेम इज विक्की’ (श्रीनिवास यूनिवर्सिटी, मैंगलोर), ‘स्टोरी ऑफ ए लेबर’ (गुलशन कुमार फिल्म्स एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, नोएडा) और ‘प्रयासा’ (गलगोटियाज यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा) को पहला, दूसरा और तीसरा पुरस्कार मिला। इसके साथ ही ‘च्वाइस’ (एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली), ‘फाइंडिंग माईसेल्फ’ (रॉयल थिम्फू कॉलेज, भूटान), ‘द पुअर एडिसन’ (क्रिस्तु जयंती ऑटोनॉमस कॉलेज, बैंगलोर) जैसी फिल्मों को सर्वश्रेष्ठ संपादन, सर्वश्रेष्ठ कहानी और सर्वश्रेष्ठ सिनेमैटोग्राफी के लिए सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में जाने-माने फिल्मकार श्री कमलेश मिश्रा और श्री दुर्गेश पाठक उपस्थित थे। समापन समारोह का संचालन सुश्री विंकी सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने विशेष रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज की। विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर डा० के. मल्लिकार्जुन बाबू, नितिन गौड कुलसचिव, प्रो. डा० रेणु लूथरा, कुलाधिपति के सलाहकार, अवधेश कुमार, गलगोटिया विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर और विभिन्न विश्वविद्यालयों के संकाय और छात्र-छात्राएँ सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया और छात्र-छात्राओं द्वारा गणेश वंदना की गई। उद्घाटन के बाद जनसंचार विभाग के एचओडी प्रो. ए. राम पांडेय ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों का स्वागत गुलदस्ता भेंट करके उनका स्वागत किया। कुलपति प्रोफेसर के. मल्लिकार्जुन बाबू ने भी अपने अध्यक्षीय भाषण में सिनेमा के महत्व और उपस्थिति के बारे में बात की और उन्हें अपनी रचनात्मकता में सुधार करने के लिए भी प्रेरित किया।

गलगोटिया विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर अवधेश कुमार ने अपने व्याख्यान में पत्रकारिता और जनसंचार के छात्रों के जीवन में सॉफ्ट स्किल्स के महत्व पर प्रकाश डाला। गलगोटिया विश्वविद्यालय के चॉसलर सलाहकार डा० रेनु लूथरा ने कार्यक्रम में बोलते हुए फिल्में देखने के अपने अनुभव साझा किए, और छात्रों को अधिक फिल्में और वृत्तचित्र बनाने के लिए राजी किया। समापन समारोह में, सुश्री विंकी सिंह, एक स्वतंत्र फिल्म निर्माता और आलोचक ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और प्रतिभागियों द्वारा ऐसी अद्भुत लघु फिल्में और वृत्तचित्र बनाने के लिए सराहना की। उन्होंने आज के इस अद्भुत और एक विशाल फिल्म समारोह का आयोजन करने के लिये और अपनी रचनात्मकता दिखाने के लिए जनसंचार विभाग को और छात्रों को बँधायी दी।

Gaurav sharma
Raftar

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