मोदी मंत्रिमंडल व बीजेपी संगठन का विस्तार इसी महीने में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान से हो सकते हैं मंत्री, यूपी से डॉ महेश शर्मा का नाम चर्चा में
मंत्रिमंडल में मिल सकता का मौका डॉक्टर महेश शर्मा नोएडा और हरीश द्विवेदी बस्ती, बीजेपी कार्यकारिणी समिति में हो सकते हैं उत्तर प्रदेश यूपी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, पूर्व मंत्री श्रीकांत शर्मा,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपई और महेंद्र सिंह के नाम चर्चा में
2024 से पहले मोदी मंत्रिमंडल में अब नहीं होगा कोई फेरबदल, जानिए क्यों
दिल्ली, रफ्तार टुडे। पीएम मोदी ने 7 जुलाई, 2021 कैबिनेट विस्तार और गुरुवार 18 मई को कैबिनेट में छोटा सा फेरबदल करके साफ़ संकेत दें दिए हैं कि इस सरकार का ये अंतिम कैबिनेट फेरबदल था।
मोदी मंत्रिमंडल व बीजेपी संगठन का विस्तार इसी महीने में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान से हो सकते हैं मंत्री, यूपी से डॉ महेश शर्मा का नाम चर्चा में उनकी हो सकती है कैबिनेट में वापसी, सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा मोदी मंत्रिमंडल के सदस्य रहे हैं तथा मोदी ऐप में शानदार काम करने वाले सांसद भी रहे हैं इसका इसी बात से पता लगाया जा सकता है कि सांसद महेश शर्मा मोदी ऐप में सर्वश्रेष्ठ सांसदों में से एक है और यह हम नहीं कह रहे मोदी ऐप में सर्वश्रेष्ठ सांसदों में नंबर 1 बने हुए हैं।
मंत्रिमंडल में मिल सकता का मौका डॉक्टर महेश शर्मा नोएडा और हरीश द्विवेदी बस्ती, बीजेपी कार्यकारिणी समिति में हो सकते हैं उत्तर प्रदेश यूपी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, पूर्व मंत्री श्रीकांत शर्मा,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपई और महेंद्र सिंह के नाम चर्चा में, उन्हीं के नामों को संगठन में लाया जा सकता है।
उन्होंने राजस्थान चुनाव को देखते हुए अर्जुन राम मेघवाल का प्रमोशन कर उन्हें राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाते हुए कानून तथा न्याय मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।
सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों को विराम लग गया है। कारण, इसी साल के अंत में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव होने हैं और इन सभी राज्यों के किसी न किसी सांसद को मंत्री मंडल में रखा गया है। मध्य प्रदेश से पांच, राजस्थान से चार, तेलंगाना से एक और छत्तीसगढ़ से एक मंत्री मोदी सरकार में हैं।
मध्य प्रदेश में पांच में से तीन कैबिनेट मंत्री हैं। इनमें नरेंद्र सिंह तोमर, वीरेंद्र सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हैं। वहीं प्रह्लाद पटेल राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और फग्गन सिंह कुलस्ते राज्य मंत्री हैं। इसी तरह तेलंगाना से जी किशन रेड्डी कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे। छत्तीसगढ़ से रेणुका सिंह सरुता राज्य मंत्री हैं। राजस्थान से दो कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र यादव और गजेंद्र सिंह शेखावत हैं, जबकि दो राज्य मंत्री अभी तक थे- अर्जुन राम मेघवाल और कैलाश चौधरी। अब राजस्थान चुनाव को देखते हुए अर्जुन राम मेघवाल का प्रमोशन कर उन्हें राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाते हुए कानून तथा न्याय मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।
बता दें कि अर्जुन मेघवाल तीसरी बार बीकानेर से सांसद हैं। जमीनी स्तर की राजनीति से जुड़े मेघवाल पार्टी के लिए अन्य राज्यों में भी काम कर चुके हैं। उन्हें पुडुचेरी और उत्तर प्रदेश के ब्रज क्षेत्र में चुनावों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। दोनों ही जगहों पर बीजेपी को सफलता हासिल हुई थी। स्वतंत्र भारत के इतिहास में अनुसूचित जाति से बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के बाद किसी अन्य नेता को कानून और न्याय मंत्री नहीं बनाया गया था। अब अर्जुन राम मेघवाल को यह जिम्मेदारी देकर अनुसूचित जाति वर्ग को भी एक बड़ा संदेश दिया गया है।