दिल्ली, रफ्तार टुडे। राजनीतिक रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर बड़ा दावा किया है। उनका दावा है कि लोकसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानि NDA लोकसभा की 400 से अधिक सीट हासिल कर लेगा। प्रशांत किशोर का स्पष्ट मत है कि लोकसभा चुनाव-2024 में विपक्षी दलों ने अपने सारे अवसर गवां दिए हैं।
प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर समाचार एजेंसी PTI को एक इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने कहा है कि लोकसभा चुनाव-2024 में NDA गठबंधन अपने 400 के पार वाले नारे को पूरा कर देगा। उन्होंने विस्तार से बताया कि लोकसभा चुनाव-2024 किन-किन प्रदेशों में NDA अपनी सीट बढ़ाने वाला है।
प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने बताया कि लोकसभा चुनाव-2024 में पूर्वोत्तर और दक्षिण के राज्यों में NDA अपनी सीटों व मत प्रतिशत में बढ़ोतरी करेगा। पीके के मुताबिक, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल में कुल मिलाकर लोकसभा की 164 सीटें हैं। पी.के. ने कहा कि अगर अतीत पर नजर डाली जाए तो देखेंगे कि भाजपा को इन राज्यों में अपनी पकड़ बनाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा है। यहां उसकी कट्टर राष्ट्रवादी विचारधारा मतदाताओं को कुछ खास रास नहीं आ रही थी। साल 2014 के लोकसभा चुनाव की बात की जाए तो इन राज्यों में भाजपा को केवल सात सीटें मिली थीं, जबकि साल 2019 के लोकसभा की बात करें तो 30 सीटें भाजपा जीती थीं। प्रशांत किशोर ने बताया, ”इस बात की पूरी-पूरी संभावना है कि भारतीय जनता पार्टी बंगाल और ओडिशा में नंबर एक पार्टी होगी। इतना ही नहीं, तेलंगाना में भी बीजेपी पहले या दूसरे नंबर की पार्टी रहेगी। तमिलनाडु में भी भाजपा का वोट प्रतिशत डबल अंक में पहुंच सकता है।”
प्रशांत किशोर ने कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों के गठबंधन को लेकर कहा कि विपक्ष के पास लोकसभा चुनाव-2024 में मौके थे, लेकिन वह उन्हें गंवा चुका है। जनाधार बचाए रखने के लिए विपक्ष को रणनीति बदलने की जरूरत है। पीके ने बिहार का जिक्र करते हुए कहा कि यहां एक नई राजनीतिक पार्टी के लिए असीम संभावनाएं हैं, क्योंकि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले दल करीब-करीब समान विचारधारा वाले हैं। यहां समान विचारधारा वाली पार्टियों के गठबंधन के 35 साल के शासन के बावजूद पुरजोर सत्ता विरोधी लहर है। इन 35 सालों में बुनियादी बदलाव तक नहीं हुआ है। लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर दिए गए इस इंटरव्यू की सब जगह चर्चा हो रही है।