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130 मीटर रोड से जीटी रोड 60 मीटर रोड़ जोड़ने वाली सड़क का निर्माण आजतक अटका हुआ है,संपर्क मार्ग निर्माण का, इस कारण जाम से मुक्ति, गांवो में विकास रुक गया है

दादरी ग्रेटर नोएडा वेस्ट रफ़्तार टुडे। बसपा सुप्रीमो मायावती की सरकार ने इस प्रोजेक्ट को ग्रेटर नोएडा 130 मीटर रोड से जीटी रोड होते गाँव क्लदा तक हरी झंडी दी। लेकिन उनकी सरकार जाने बाद आजतक विकास वही रुका खड़ा है। सपा गवर्नमेंट और फिर बीजेपी गवर्नमेंट ने इस और ध्यान नहीं दिया है और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी तो वैसे ही बदनाम है। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने गांव का विकास दूर की बात है गांव को जोड़ने के लिए संपर्क मार्ग में ध्यान नहीं दिया और उसकी वजह से आज संपर्क मार्ग जाम लगता है।इस कारण जाम से मुक्ति, गांवो में विकास रुक गया है।

मायावती का गाँव बादलपुर भी इस रास्ते पर आता है और यह मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट था और भी बहुत सारे गाँव आते है उन गाँव को आज भी ग्रेटर नोएडा में बोला जाता है लेकिन सुविधा के नाम पर आज भी कुछ भी नहीं है । ग्रेटर नोएडा वेस्ट 130 मीटर रोड को बादलपुर से होते हुए ईस्टर्न पेरिफेरल हाईवे को जोड़ना है।

गौतमबुद्ध नगर सीमा क्षेत्र में स्थित एक मारीपत स्टेशन के पास रेलवे क्रासिंग पड़ती है गाँव सादुल्लपुर कीं रेलवे क्रासिंग दोनों रास्ते को आपसे में जोड़ता है यहाँ से रोज़ाना जॉब , ऑफिस , स्कूल बस , बहुत वाहन् हज़रो गाड़ी दिन – रात गुजरती है । रेलवे क्रासिंग में रेल आने के कारण और ज़ो फाटक सुविधा वहाँ पर दी हुई उसकी वजह से यहाँ पर घंटों घंटों जाम में रुकना पड़ता है । रोज़ाना इस समस्या से लोग बहुत परेशान हैं यें रास्ता इतना बिजी हो चुका जिसकी वजह से गाँव वालों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ये रास्ता गाँव के बीच में होकर गुज़रता है जिससे कुछ भी घटना होने की संभावना रहती है ।

वरिष्ठ समाजसेवी और आंदोलन करता एडवोकेट ओमवीर आर्य ने कहा कि कल शाम में दिल्ली से वापस दादरी लौट रहा था, वापस लौटती बार मैंने सोचा अच्छेजा मार्ग होते हुए जीटी रोड पर चढ़े, दिल्ली से 130 मीटर सादुल्लापुर तक तो बहुत अच्छी तेज गति से आया, लेकिन सादुल्लापुर आते आते ऐसी लगने लगा जैसे मैं अब से 30 वर्ष पूर्व गाजियाबाद के रास्तों से गुजर रहा हूं , सादुल्लापुर की एंट्री पॉइंट पर अपार गड्ढों की भरमार, फिर फाटक पर दोनों तरफ एक किमी लंबी लाइन,फाटक के बाद अच्छेजा नहर वाले रास्ते पर तो टूटी सड़क पर भरा पानी और नहर से ओम रेस्टोरेंट तक रास्ते की दैनीय स्थिति, लगभग पांच मिनट के दुरूस्त रास्ते में 45-50 मिनट तक का समय बर्बाद हुआ। प्राधिकरण की महानता को देखकर ऐसा लग रहा है प्राधिकरण के लिए केवल सेक्टर ही सब कुछ है बाकी देहात और दादरी देहात की सस्ती दरों पर उनके लिए केवल जमीन अधिग्रहण करने के जमीन बैंक है। देहात क्षेत्र की जमीन अधिग्रहण कर उचित रेट ऊपर बेची जाए मुनाफा भ्रष्टाचार में बांट दिया जाए!

आखिर हम प्राधिकरण का इतना शोषण क्यों सह रहै है यह विचारणीय प्रश्न है।अब अपना जन आंदोलन परिवार काफी बड़ा हो गया है,  एकमात्र लक्ष्य जन आंदोलन संगठन द्वारा संचालित जन आंदोलन के जरिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट 130 मीटर रोड को बादलपुर से होते हुए ईस्टर्न पेरिफेरल हाईवे को जोड़ना है। बादलपुर। यही जन आंदोलन की प्राथमिकता और उद्देश्य है।

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