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ग्रेटर नोएडा में हुआ बड़ा फ्रॉड, मरे हुए व्यक्ति को भी नहीं छोड़ा, करोड़ों रूपए की ठगी की गई है, अथॉरिटी व पुलिस प्रशासन मौन,पुलिस कमिश्नर को लिखे गए एक पत्र से हुआ है

ग्रेटर नोएडा में हुआ बड़ा फ्रॉड, मरे हुए व्यक्ति को भी नहीं छोड़ा, करोड़ों रूपए की ठगी की गई है, अथॉरिटी व पुलिस प्रशासन मौन

ग्रेटर नोएडा, रफ्तार टुडे। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा शहर में बहुत बड़ा फ्रॉड हुआ है। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में समाजसेवा की आड़ लेकर एक मरे हुए व्यक्ति को भी ठग लिया गया है। ग्रेटर नोएडा के इस फ्रॉड में लाखों रूपए का नहीं बल्कि करोड़ों रूपए की ठगी की गई है। तथाकथित समाजसेवी ने एक व्यक्ति के मरने के बाद मरे हुए व्यक्ति को जिंदा दर्शाकर उसका करोड़ों रूपए मूल्य का ग्रेटर नोएडा शहर का प्लाट हड़प लिया है।इस संबंध में समाचार प्रकाशित होने तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है

नोएडा व ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में जीवित व्यक्ति के साथ ठगी व फ्रॉड करने के मामले सामने आते थे। एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक मरे हुए व्यक्ति को जिंदा बताकर उसका ग्रेटर नोएडा का कीमती भूखंड प्लॉट हड़प लिया गया है। इस मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण तथा ग्रेटर नोएडा के पंजीयन कार्यालय (सब रजिस्ट्रार) के कर्मचारी व अधिकारी भी शामिल बताए जा रहे हैं। ग्रेटर नोएडा शहर में हुए इस फ्रॉड का खुलासा नोएडा की पुलिस कमिश्नर को लिखे गए एक पत्र से हुआ है।

क्या फ्रॉड हुआ है ग्रेटर नोएडा में
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर अल्फा-1 में रहने वाले वीरेन्द्र सिंह ने नोएडा की पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह को एक पत्र लिखा है। पत्र में आरोप है कि गाजियाबाद के शालीमार गॉर्डन में रहने वाले सुकेश जौहरी का ग्रेटर नोएडा शहर के ओमीक्रॉन थर्ड सेकटर में एक प्लाट था। सुकेश जौहरी की 7 मार्च 2017 को मृत्यु हो गयी थी। सुकेश जौहरी की मौत के बादा उसको जीवित दर्शाकर उसके प्लॉट की फर्जी पॉवर ऑफ अटार्नी तैयार कराई गई। उसी फर्जी पॉवर ऑफ अटार्नी के सहारे प्लॉट को एक तथाकथित समाजसेवी ने अपनी पत्नी के नाम कराकर उस प्लॉट को बाजार में डेढ़ करोड़ रूपए में बेच दिया गया।

क्या लिखा है शिकायती पत्र में
इस मामले में ग्रेटर नोएडा की पुलिस तथा नोएडा की पुलिस कमिश्नर को लिखे शिकायती पत्र में कहा गया है कि ग्रेटर नोएडा के बादलपुर गांव का रहने वाला राजेन्द्र सिंह अपने आपको वकील तथा सामाजिक कार्यकर्ता बताता है। इसी राजेन्द्र सिंह द्वारा एक मकान न0- डी-256 ओमीक्रोन-॥। के मूल आवंटी सुकेश जौहरी (जिसकी मृत्यु 07/03/2017) के द्वारा अपने पक्ष में मृतक के स्थान पर एक फर्जी व्यक्ति द्वारा एक GPA अपने पक्ष में दिनांक 28/11/2017 को करा ली जोकि गाजियाबाद में होनी दर्शायी गई है। इसके पश्चात् राजेन्द्र सिंह ने अपने पक्ष में एक लीज 08/3/2018 को करा ली और इराके पश्चात् राजेन्द्र सिंह ने अपने पक्ष में हुई GPA के आधार पर अपनी पत्नी पूनम को ट्रांसफर करा दी। जिसके आधार पर पूनम ने दिनांक 10/10/2018 को उक्त प्लाट को सीना व नासीर के पक्ष में हस्तातरण (बेच) दिया।

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उक्त प्रकरण में विशेष कथन यह है कि ग्रेटर नोएडा के सबरजिस्ट्रर कार्यालय द्वारा भी गाजियाबाद में हुई एक फर्जी GPA को सत्यापित नहीं किया जिससे लगता है कि सब रजिस्ट्रर कार्यालय व ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारी व कर्मचारी भी इस सबमें मिली भगत है। शिकायतकर्ता ने अपनी बात साबित करने के लिए मृतक सुकेश जोहरी का मृत्यु प्रमाण पत्र, फर्जी ढंग से कराई गई GPA तथा फर्जी रजिस्ट्री के मूल दस्तावेज भी ग्रेटर नोएडा पुलिस को उपलब्ध कराए हैं। वर्ष-2017 में हुए इस फ्रॉड की पूरे ग्रेटर नोएडा में खूब चर्चा हो रही है। ग्रेटर नोएडा के नागरिकों की निगाह इतने बड़े फ्रॉड में पुलिस के एक्शन पर लगी हुई है। समाचार लिखे जाने तक इस मामले में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने कोई मामला दर्ज नहीं किया है। पता चला है कि इस फ्रॉड की भनक ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को भी लग गई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी अपनी फाइलें खंगाल रहे हैं।

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