प्लाट पर कब्जा किए जाने के लिए एक गैंग साक्रेय, मौके पर कब्जा नही होने से खरीद्दार परेशान
ग्रेटर नोएडा, रफ़्तार टुडे। Greater Noida News: वेस्ट में अवैध कालोनी का कारोबार खूब फल फूल रहा है। नहीं है सीएम उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर का डर, रातों रात तिलपता से लेकर 130 मीटर पर काट दी अवैध कॉलोनी दी है। प्राधिकरण द्वारा अधिसूचित ऐरिया में करीब 100 बीघा भूमि पर कालौनी काट दी गई है। तिलपता कर्णवास गांव में यह अवैध कालौनी काट कर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मास्टर प्लान तक को ठेंगा दिखाया जाया रहा है। तिलपता से शुरू हुई यह अवैध कालौनी अब 130 मीटर रोड तक भी जा पहुंची हैं। कालोनाईजरों द्वारा 130 मीटर रोड की ग्रीन बेल्ट तक को नही बख्शा जा रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के निचले स्तर के अधिकारी इस पूरे खेल में शामिल बताए गए हैं।
तिलपता गांव में दादरी रोड से शुरू हुई यह अवैध कालौनी गोविंद एन्कलेव अब 130 मीटर रोड तक बसाई जा चुकी है खास बात यह है कि कालोनाईजर प्लाट काट कर उडन छूहो रहे हैं और दूसरी ओर एक गैंग ऐसा सक्रिय है जो लोगां को उनके प्लाटों पर कब्जा नही करने दे रहा है। तिलपता गांव से ही इस गैंग मे कई मूल काश्तकार भी शामिल हैं। रजिस्ट्री किसी नंबर की गई है तो कब्जा किसी नंबर का दिया गया है। कई लोग ऐसे भी हैं जो खरीदने के बाद छोटे प्लाटों की चाहरदीवारी कर बाहर चले गए थे अब उनके प्लाटों पर कब्जा नही दिया जा रहा है। इन छोटे प्लाटों पर सक्रिय गैंग कब्जा कर रहा है।
जब ब्रे कालोनाईजर से इंन तमाम बातो की शिकायत करते हैं तं कोई भी संतोषजनक जवाब नही मिल पा रहा है। खात 67 के खसरा नंबर 795/ 0.2990 है0 में से 0.0084 स विक्रेता बलवीर पुत्र धनपाल निवासी ग्राम आकिलपुर जागीर का नाम खारिज करके क्रेता नहपाल सिंह पुत्र खडगा निवासी ग्राम लडपुरा तहसील व जिला गौतमबुद्धनगर का नाम दर्ज हुआ। इसी तरह से 0,0083 है0 क्रेता सत्यवीर सिंह पुत्र नत्थू सिं निवासी ग्राम भंगेल बेगमपुर नोएडा का नाम दर्ज हुआ। गत दिनांक 18-04-2016 को विक्रेता बलवीर पुत्र धनपाल निवासी आकिलपुर जागीर मु. कागजात मनोज कुमार पुत्र ईश्वरी प्रसाद नि. आर जैड ए-3/6 बी, गली न. ए दुर्गा पार्क न्यू दिल्ली, मु कागजात का नाम खारिज करके क्रेता श्रीमती शीला सिं पत्नी सुनील सिंह राणा नि.म.न. 497 चौहान मौहल्ला खादर, सरिता बिहार दिल्ली व सुलेखा पुत्री बीरबल नि. डी.-1/47 शिव दुर्गा विहार, लक्करपुर, सूरजकुंड फरीदाबाद, हरियाणा का नाम बतौर बैनामा दर्ज हो गया।
इस तरह के दर्जनों मामले प्रकाश में आए हैं। रजिस्ट्री जिन नंबरों की हुई हैं उन पर कब्जा नही दिया जा रहा है और जहा कब्जा दिया गया है वह किसी दूसरे के नाम पर हैं। कृषि योग्य यह भूमि जिन काश्तकारों ने कालोनाईजर को बेची थी, सक्रिय गैंग के साथ प्लाटों पर कब्जा किए जाने पर लगे हुए हैं। काटी जा रही अवैध कालौनी के इस खेल में काश्तकार, कालोनाईजर, प्लाट खरीदने वाले लोग, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के निचले स्तर के अधिकारी शामिल हैं, मगर बडा नुकसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का ही हो रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित ऐरिया में डस तरह से बसाई जाने वाली अवैध कालौनियों से मास्टर प्लान वाकई गडबडा जाता है और दूसरी ओर प्राधिकरण को विभिन्न स्रोतों से होने वाली आय में भी बडा धक्का लगता है।