#गाजियाबाद के लोगों के लिए Good News, #मेरठ रोड से मधुबन-बापूधाम तक बनेगी सड़क; मिलेगी जाम से मुक्ति
मधुबन-बापूधाम योजना को परवान चढ़ाने के लिए उपाध्यक्ष के निर्देशानुसार लगातार प्रयास जारी हैं। चुनाव आचार संहिता हटने से पहले सर्वे व एस्टीमेट बनाने व अन्य सभी बाधाओं को दूर कर लिया जाएगा। इसके बाद मेरठ रोड से मधुबन-बापूधाम तक नार्दर्न पेरिफेरल रोड का निर्माण कराया जाएगा। - राजेश कुमार सिंह, जीडीए सचिव
गाजियाबाद, रफ़्तार टुडे। शहरवासियों के लिए राहत भरी खबर है। मेरठ रोड से एनएच-9 तक आने-जाने के लिए लोगों को जल्द लंबा घूमने व जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। मेरठ रोड से मधुबन-बापूधाम तक नार्दर्न पेरिफेरल रोड बनाकर जीडीए एक तीर से दो निशाने साधने जा रहा है। मधुबन-बापूधाम योजना को परवान चढ़ाने के लिए उपाध्यक्ष के निर्देशानुसार लगातार प्रयास जारी हैं। चुनाव आचार संहिता हटने से पहले सर्वे व एस्टीमेट बनाने व अन्य सभी बाधाओं को दूर कर लिया जाएगा। इसके बाद मेरठ रोड से मधुबन-बापूधाम तक नार्दर्न पेरिफेरल रोड का निर्माण कराया जाएगा। – राजेश कुमार सिंह, जीडीए सचिव
नार्दर्न पेरिफेरल से उपरोक्त हिस्से का निर्माण पूरा होने से रोजाना क्षेत्र के 50 हजार से ज्यादा लोगों को जाम व लंबा घूमने की समस्या से राहत मिलेगी। गाजियाबाद की कई कालोनियां दिल्ली-मेरठ रोड से सीधे जुड़ जाएंगी। सबसे ज्यादा फायदा मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना में रहने वाले लोगों को होगा। अन्य कालोनियों के लोग सीधे दिल्ली-मेरठ रोड पर पहुंच सकेंगे।
प्रथम चरण में 4.8 किलोमीटर के हिस्से में नार्दर्न पेरिफेरल रोड के निर्माण से एक तरफ जहां मधुबन-बापूधाम योजना को परवान चढ़ाने में जीडीए को मदद मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ लोगों को लंबा घूमने व जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
नार्दर्न पेरिफेरल रोड का निर्माण युद्ध स्तर
दरअसल, मधुबन-बापूधाम योजना की बाधाओं को दूर तक योजना को सफल बनाना जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल हैं। उपाध्यक्ष के निर्देशानुसार जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह व अन्य अधिकारी जोर-शोर से इस कवायद में जुटे हैं। जीडीए सचिव ने अभियंत्रण व भू-अर्जन अनुभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रथम चरण में मेरठ रोड से मधुबन-बापूधाम योजना तक नार्दर्न पेरिफेरल रोड का निर्माण युद्ध स्तर पर पूरा करना है।
मेरठ रोड से मधुबन-बापूधाम योजना तक 45 मीटर चौड़ी सड़क की कुल लंबाई 4.8 किलोमीटर है। इसमें कुछ हिस्सा आरओबी व कुछ में सड़क बनी है जिसकी कुल लंबाई 1.75 किलोमीटर है यानि अब जीडीए को 3.05 किलोमीटर सड़क बनाने के युद्ध स्तर पर काम शुरू करेगा। जीडीए सचिव ने भू-अर्जन अनुभाग को जमीन संबंधित सर्वे पूरा करने व अभियंत्रण अनुभाग को सड़क निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
50 हजार लोगों को मिलेगी जाम से मुक्ति
नार्दर्न पेरिफेरल से उपरोक्त हिस्से का निर्माण पूरा होने से रोजाना क्षेत्र के 50 हजार से ज्यादा लोगों को जाम व लंबा घूमने की समस्या से राहत मिलेगी। गाजियाबाद की कई कालोनियां दिल्ली-मेरठ रोड से सीधे जुड़ जाएंगी। सबसे ज्यादा फायदा मधुबन-बापूधाम आवासीय योजना में रहने वाले लोगों को होगा। गोविंदपुरम, स्वर्णजयंतीपुरम, कर्पूरीपुरम, डासना, मसूरी, सदरपुर गांव, बालाजी एंक्लेव सहित अन्य कालोनियों के लोग सीधे दिल्ली-मेरठ रोड पर पहुंच सकेंगे।
यह है नादर्न पेरिफेरल रोड प्रोजेक्ट
– आध्यात्मिक नगर डासना से मेरठ रोड तक – 6.4 किलोमीटर
मेरठ रोड से हरनंदी नदी तक – 1.8 किलोमीटर
हरनंदी नदी से टीला मोड तक – पांच किलोमीटर